कहते हैं प्यार इंसान को तहजीबदार बना देता है और लखनऊ तो वैसे भी तहजीब का शहर है. लेकिन प्यार के उस जुनून को क्या नाम दें, जो किसी कि जान ले ले. प्यार का जुनून में बदलना तय है, लेकिन जब इंसान राक्षस बन जाए तो यही कहा जाएगा कि वह किसी के प्यार का हकदार नहीं. वह भी तब जब प्रेम की कसौटी पर एक ओर नव यौवन हो तो दूसरी ओर एक मां की ममता.
जगावती एक मां थी. हर मां की तरह उसे भी अपने औलाद से बेहद प्यार था और शायद यह हर मां को मिले उस वरदान का ही नतीजा था कि उसने रफीक की आंखों में एक हैवान को भांप लिया था. प्यार के लिए जान देने के किस्से तो आपने खूब सुने होंगे, लेकिन प्यार के लिए अपने प्यार के ही सिर से मां की ममता छीन लेने का शायद यह पहला मामला है.
लखनऊ में गुडम्बा के अतरौली इलाके में रफीक को एक लड़की से एकतरफा प्यार हो जाता है. लड़की की मां इस प्यार के खिलाफ हो जाती है. लेकिन रफीक मां को मनाने की बजाय उसकी हत्या करने की साजिश रचता और फिर उस मां को आग के हवाले कर देता है. 42 साल की उस मां का नाम जगावती है, जो अस्पताल में दम तोड़ देती है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी कई बार महिला की बेटी से छेड़छाड़ कर चुका था. शिकायत पर मृतका ने आरोपी को सबके सामने खूब खरी खोटी भी सुनाई थी. उसे लगा था कि सब ठीक हो गया, लेकिन इस घटना के बाद से ही रफीक अपनी जलालत का बदला लेने और लड़की की मां को रास्ते से हटाने के लिए साजिश रचने लगा.
साजिश को अंजाम देने के लिए रफीक ने उस वक्त को चुना जब महिला घर में खाना बना रही थी. वह घर में बेधड़क घुसता है और इससे पहले कि कोई कुछ समझ सके, महिला पर पेट्रोल डालकर फरार हो जाता है. इस हमले में जगावती बुरी तरह घायल हो गई. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. हालांकि इस बीच पुलिस ने आरोपी रफीक को गिरफ्तार कर लिया है.
लखनऊ, ट्रांसगोमती के एसपी दिनेश यादव ने बताया, 'जगावती देवी सुबह पौने चार बजे अपने बेटे लिए रसोई में नाश्ता बना रही थी. बताया जाता है कि इस बीच आरोपी ने किचन की शेड पर से ही महिला पर पेट्रोल डाल दिया. घायल अवस्था में महिला को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां मंगलवार रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.