scorecardresearch
 

कोरोना का असरः इंस्टीट्यूट बने स्टूडियो, अब घर से ही पढ़ाई कर रहे छात्र

कोरोना वायरस के चलते हर चीज पर असर पड़ रहा है. लोगों से भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से मना किया जा रहा है तो स्कूल-कॉलेज तक बंद कर दिए गए है. कुछ ही दिनों में प्रतियोगी परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं लेकिन कोरोना ने इसकी तैयारी पर असर डाला है तो अब इंस्टीट्यूट भी बच्चों की तैयारी कराने के लिए डिजिटल तकनीक का सहारा लेने लगे हैं.

Advertisement
X
कोरोना वायरस के कारण पढ़ाई पर पड़ रहा सबसे ज्यादा असर (सांकेतिक- PTI)
कोरोना वायरस के कारण पढ़ाई पर पड़ रहा सबसे ज्यादा असर (सांकेतिक- PTI)

  • बिजनेस चौपट न हो, इसलिए अन्य विकल्पों का सहारा लिया जा रहा
  • डिजिटल तकनीक के सहारे कोचिंग इंस्टीट्यूट में हो रही है पढ़ाई

जैसे-जैसे कोरोना वायरस दुनियाभर में अपने पैर पसार रहा है, सरकारों ने एहतियाती कदम और सख्त करने शुरू दिए हैं. लोगों को सोशल गैदरिंग और भीड़ से बचने की सलाह दी गई है तो भीड़भाड़ वाली जगह जैसे मॉल्स, सिनेमा हॉल, स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का फरमान जारी किया जा चुका है.

नतीजा यह कि इन व्यवसायों से जुड़े लोगों के लिए अपना बिजनेस खोने का डर है तो साथ ही साथ वायरस के प्रभाव से बचने की भी जरूरत है. हालांकि अब लोगों ने इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी शुरू कर दी है. ताकि बिना कोई खतरा मोल लिए वो अपने बिजनेस को भी चला सकें.

होम डिलीवरी का ऑफर

Advertisement

मॉल्स में बिजनेस करने वाले व्यापारियों ने लोगों को होम डिलीवरी के ऑफर देने शुरू किए हैं तो दूसरे बिजनेसमैनों ने अपने लिए दूसरे रास्ते खोज लिए हैं.

लखनऊ के एक बड़े कोचिंग संचालक ने तो इसके लिए डिजिटल तकनीक निकाल ली है. दरअसल ये कोचिंग इंस्टीट्यूट सरकारी बैंक की सेवाओं और कॉलेज की पढ़ाई से लेकर तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करवाते हैं. इस इंस्टीट्यूट की देशभर में 100 से ज्यादा शाखाएं हैं, जिनमें 2 लाख छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं.

कोरोना वायरस के खतरे के चलते इंस्टीट्यूट ने अपनी क्लासेज बंद करने का फैसला किया, लेकिन चुनौती थी कि आने वाली बैंकिंग और दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोर्स की पढ़ाई पूरी नहीं हुई थी. ऐसे में एक तरफ छात्र भविष्य के लिए परेशान थे तो दूसरी तरफ कोचिंग संचालकों को भरोसा टूटने और बिजनेस खोने का डर था.

लेकिन तकनीक के सहारे संचालकों ने ऐसा तरीका निकाला कि छात्र अब घर बैठे न सिर्फ पढ़ाई कर पा रहे हैं बल्कि उन्हें कहीं आने जाने में वक्त भी बर्बाद नहीं करना पड़ रहा है.

कोचिंग सेंचर बने स्टूडियो

कोचिंग संचालकों ने अपने लखनऊ के हेड ऑफिस को स्टूडियो में तब्दील कर दिया और इसमें बने 10 ऑनलाइन स्टूडियो के जरिये वर्चुअल क्लासेज़ शुरू कर दी हैं. अब पूरे देश और दुनिया में बैठे इस महेंद्रा कोचिंग के छात्र किसी भी वक्त इंटरनेट के जरिये कम्प्यूटर या लैपटॉप से सीधे स्टूडियो में बैठे टीचर्स से ना सिर्फ क्लासेज ले रहे हैं बल्कि किसी भी शंका के समाधान के लिए तुरंत सवाल भी पूछ पा रहे हैं.

Advertisement

इसके लिए लखनऊ के 10 स्टूडियो में लाइव इंटरैक्शन के लिए कैमरे और दूसरी जरूरी संसाधन लगाए गए हैं, जिनके जरिये टीचर्स स्टाइलर पेन से टच स्क्रीन पर जो भी लिखते हैं वो छात्रों को अपने कम्प्यूटर की स्क्रीन पर लिखा हुआ दिखाई देता है. और वो भी रियल टाइम में.

समय से पहले शुरू करनी पड़ी तकनीक

महेंद्रा कोचिंग के संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर नवीन जैन बताते हैं कि इस तकनीक का सहारा हम भविष्य में शुरू करने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से वक्त इतनी तेजी से बदला कि हमने आनन-फ़ानन में क्लासेज शुरू कीं और अब देशभर में करीब 2 लाख स्टूडेंट इसके सहारे बगैर क्लास में आए अपनी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं.

महेंद्रा कोचिंग के संचालक नवीन जैन ने बताया कि कैसे उन्हें अलग-अलग प्रदेशों में अलग भाषा में क्लासेज के लिए स्टूडियो बनाने पड़े. फिलहाल इस इंतजाम से तमाम छात्रों के लिए बड़ी सुविधा हुई है.

एजुकेशन विंग के हेड जसप्रीत सिंह बताते हैं कि ये पूरी व्यवस्था छात्रों के लिए फ्री की गई है और यही नहीं हमारे यहां के छात्रों के अलावा भी कोई भी छात्र मुफ्त इस ऑनलाइन वर्चुअल क्लास की सुविधा को ले सकता है.

आंकड़ों के मुताबिक, इस तकनीक से जुड़ने वाले छात्रों की संख्या पूरे देश में 40 लाख है, जिनमें से करीब दो लाख छात्र ऐसे हैं जो पहले महेंद्रा कोचिंग में ही क्लास करने आते थे.

Advertisement

इसे भी पढ़ेंः कौन और कब करा सकता है कोरोना का टेस्ट? सरकार ने बनाए ये नियम

इसे भी पढ़ेंः Corona Virus: बचने के लिए आज ही डाइट में शामिल करें 7 चीज

मस्जिद नहीं जाने की अपील

पूरे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार और प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं जिसके तहत रामपुर में भी प्रशासन अलर्ट है. रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने आज शुक्रवार को मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की और जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में लोगों के नहीं आने की अपील की, ताकि कोरोना के संक्रमण से ज्यादा से ज्यादा बचा जा सके.

एहतियातन बुजुर्गों, बच्चों और संक्रमित लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में नहीं जाने की अपील जिलाधिकारी और शहर मुफ्ती ने रामपुर की जनता से की.

रामपुर के मुफ्ती, मुफ्ती महबूब ने रामपुर की जनता से मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ने के बजाय घर में ही नमाज पढ़ने की हिदायत दी. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए भीड़ वाले इलाकों में ना जाएं. बीमार, कमजोर लोग और बच्चे घर में ही नमाज अदा करें.

जिलाधिकारी रामपुर आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि हमने मुस्लिम धर्मगुरुओं से बात की और हमें उनसे बहुत अच्छा सहयोग मिला. उनसे अपील भी की गई है कि बच्चे, बूढ़े और बीमार लोग या संक्रमण के शिकार लोग मस्जिद में ना आएं. किसी एक मस्जिद में ज्यादा भीड़ ना हो. अपने-अपने मोहल्ले की मस्जिदों में ही नमाज पढ़ें.

Advertisement

उन्होंने बताया कि कल शनिवार को 2:00 बजे बाजार बंद कर दिया जाएगा, ताकि लोग इकट्ठा होकर बाजार में ना जाएं. इस तरह की एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं. लोग मस्जिद में जाने पर सिर और मुंह ढक कर जाएंगे और एक दूसरे से गले नहीं मिलेंगे.

Advertisement
Advertisement