
मथुरा में शराब और मांस की बिक्री नहीं होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को इसकी घोषणा की है. हालांकि उनकी इस घोषणा के बाद से मांस व मदिरा के व्यवसाय में लगे कारोबारियों में हड़कंप मच गया है. आजतक ने मथुरा के दरेसी स्थित मीट कारोबार से जुड़े लोगों से बात की. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री की इस घोषणा से हम लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा. मुख्यमंत्री को ऐसी घोषणा करने से पहले हमलोगों की रोजी रोटी के बारे में भी सोचना चाहिए. मथुरा में मुस्लिम बहुल इलाके में बड़ी आबादी एवं परिवार इस कारोबार से जुड़े हुए हैं. जिसके कारण उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा.
वहीं मीट कारोबारी आरिफ मुल्ला ने बताया, देखिए यहां पर कम से कम 10000 लोग इस कारोबार से जुड़े होंगे. अब उनके सामने बहुत बड़ा संकट है. अब तक एक व्यक्ति रोजाना एक से दो हजार रुपये कमा लेता था पर अब ये लोग कहां जाएंगे? हम तो यही चाहते हैं कि यह शुरू होना चाहिए, नहीं तो हमलोगों के लिए बहुत मुसीबत आने वाली है.
एक अन्य मीट व्यापारी कहते हैं आप आधार कार्ड डिटले निकलवा लो. हमारे 80 प्रतिशत ग्राहक हिंदू समुदाय से हैं. वो बड़े चाव से खाते हैं. इनमें कई लोग हैं जो इसका सेवन प्रोटीन सोर्स के तौर पर करते हैं. तो दिक्कत सिर्फ व्यापारियों को ही नहीं, आम लोगों को भी होगी.

वहीं ताज होटल चलाने वाले साकिर हुसैन ने बताया, देखिए अभी जन्माष्टमी पर हम लोगों को 2 सितंबर तक बंद करने के लिए कहा गया था तो अभी तो बंद है. अब आगे क्या होता है, यह सब देखा जाएगा. अगर बंद होता है तो हम सब उनके सामने जाएंगे और अपना पक्ष रखेंगे.
वहीं मीट की दुकान चलाने वाले जमील अहमद का कहना है माननीय मुख्यमंत्री ने मथुरा में बंद करने की नहीं कही है. मैंने जो सुना है उसके मुताबिक 7 तीर्थ स्थल है वहां पर बंद करने की बात कही गई है. अगर मथुरा में यह बंद होता है तो हजारों लोग बेरोजगार हो जाएंगे और हमारे लिए संकट पैदा होगा.
अहमद खान ने बताया, मथुरा में लाखों रुपए का रोज का कारोबार है. अगर यह बंद होता है तो मुस्लिम लोगों के सामने रोजी रोटी की बहुत बड़ी समस्या पैदा होगी. सरकार को पहले हम सभी लोगों के लिए रोजी रोटी की व्यवस्था करनी चाहिए. उसके बाद इसे बंद करना चाहिए. पहले भी सरकार ने कई बार वादे किए हैं कि आपको रोजगार मिलेगा, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ. 2017 में जब योगी सरकार आई थी तब भी वादा किया गया था कि आपका विस्थापन कराया जाएगा लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है तो आखिर हम लोग जाएंगे कहां?

दरअसल, सीएम योगी सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने मथुरा पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा, '2017 में मथुरा को नगर निगम बनाया. सात तीर्थ घोषित किए. अब मथुरा वृंदावन में मद्य-मांस की बिक्री पर पाबंदी लगेगी. किसी को उजाड़े बिना सुनियोजित विकास किया जाएगा.'
यहीं उन्होंने मथुरा में शराब और मांस की बिक्री पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया. साथ ही अधिकारियों को निर्देश देते हुए ये भी कहा कि वो इसका प्लान तैयार करें और इन कामों में लगे लोगों को दूसरी गतिविधियों में शामिल करने की भी बात कही.
सीएम योगी ने सुझाव देते हुए कहा कि मथुरा की महिमा को पुनर्जीवित करन के लिए जो लोग मांस और शराब की बिक्री के काम में लगे थे, वो दूध बेच सकते हैं, क्योंकि मथुरा दूध का उत्पादन करने के लिए जाना जाता था.