उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है. कौशाम्बी जिला अस्पताल में सरकार द्वारा मरीजों को दी जाने वाली मुफ्त सुविधाओं को भी कर्मचारी देने से कतरा रहे हैं, जिसके चलते जहां एक ओर मरीज और उनके तीमारदार परेशान हो रहे हैं. वहीं सरकार की मंशा पर कर्मचारी और अधिकारी पानी फेर रहे हैं.
ताजा मामला कौशाम्बी जिला अस्पताल मंझनपुर का है. यहां एक युवक अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर अस्पताल पहुंचा. उसे दूसरी मंजिल पर ले जाकर भर्ती कराना था, लेकिन उसे स्ट्रेचर नहीं मिला. इसके बाद पति अपनी गर्भवती पत्नी को कंधे पर लादकर वार्ड पहुंचा और उसे भर्ती कराया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
सरसवां ब्लॉक के बख्सी का पुरा निवासी संतोष कुमार मजदूरी कर गुजारा करता है. सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे उसकी गर्भवती पत्नी अन्नू को प्रसव पीड़ा हुई. इलाज के लिए वह आनन-फानन में पत्नी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा. इमरजेंसी में पता चला कि अभी स्ट्रेचर की कोई व्यवस्था नहीं है.
मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे लेबर वार्ड में जाने के लिए कहा. मजबूरी में संतोष दर्द से कराह रही पत्नी को अपने कंधे पर लादकर लेबर वार्ड पहुंचा. वार्ड पहुंचने पर स्टाफ नर्स ने हैरानी जताते हुए मरीज को भर्ती करने वाली जगह दिखाई, जहां अन्नू का इलाज प्रारंभ हुआ. इस दौरान हर कोई कौतूहल भरी नजरों से दंपती को देखता रहा.
किसी अज्ञात ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया है. वीडियो वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि मैंने भी वीडियो देखा है, इसके बारे में मैंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दीपक सेठ से स्पष्टीकरण मांगा है.