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काशी रैली में दिखेंगे मोदी के भगवा तेवर!

यूपी में बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की अगली रैली वारणासी में 20 दिसंबर को होगी. यह रैली इस मायने में महत्वपूर्ण है कि जब तक यह रैली होगी तब तक मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजे आ चुके होंगे. यानी काशी में मोदी के पास चुनाव नतीजों के आधार पर तेवर दिखाने का मौका होगा.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

यूपी में बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की अगली रैली वाराणसी में 20 दिसंबर को होगी. यह रैली इस मायने में महत्वपूर्ण है कि जब यह रैली होगी तब तक मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजे आ चुके होंगे. यानी काशी में मोदी के पास चुनाव नतीजों के आधार पर तेवर दिखाने का मौका होगा.

संभावना है कि मोदी के पास विरोधियों को जवाब देने के लिए नए तर्क व आधार हाथ में होंगे. साथ ही उनके सामने यह असमंजस भी नहीं होगा कि अगर मुंह से कुछ निकल जाए तो वह पड़ोसी राज्यों में चुनावी अभियान को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में काशी रैली ही मोदी के यूपी में लोकसभा चुनाव अभियान की वास्तविक शुरुआत होगी.

अब तक यूपी में भगवा एजेंडे से बना रखी है दूरी
यूपी में मोदी की यह 5वीं रैली काशी में संघ परिवार के एजेंडे के हिस्से वाली जमीन होने के कारण अन्य रैलियों से हटकर होगी. गौरतलब है कि काशी के विश्वनाथ मंदिर के उद्धार के नारे 90 के दशक में लोगों के शरीर में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर उद्धार जैसा करंट दौड़ाते थे. इसलिए लोगों की यह जिज्ञासा स्वाभाविक है कि मोदी काशी में पिछली रैलियों जैसी ही भाषा बोलते हैं या उनके तेवर कुछ भगवा रंग वाले रहेंगे. हालांकि मोदी उत्तर प्रदेश में अभी तक भगवा एजेंडे से कुछ दूर ही दिखे हैं. बात बहराइच रैली की हो या आगरा की. उनकी रैली अयोध्या से लगभग सौ किमी. दूर बहराइच में तो मथुरा से लगभग 60 किमी. दूर आगरा में हुई. लेकिन अब 20 दिसंबर को विजय शंखनाद रैली काशी में होने जा रही है. यहां से मोदी लोकसभा चुनाव के असली मद्दों को सामने ला कर बीजेपी के चुनाव प्रचार को बेहद आक्रामक बना सकते हैं.

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