भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. उसका रक्तरंजित शव बुधवार सुबह 15 नंबर रेलवे क्रासिंग से थोड़ी दूरी पर पटरी के किनारे पड़ा मिला.
पुलिस आत्महत्या या दुर्घटना समेत सभी पहलुओं पर जांच कर रही है. आईआईटी प्रशासन ने घटना की छानबीन के लिए अपनी अलग टीम बनाई है. आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिला निवासी गोपारपू श्रीनिवास रेड्डी का 19 वर्षीय बेटा गोपारपू साई कुमार रेड्डी आईआईटी में बीटेक (मैटीरियल साइंस) द्वितीय वर्ष का छात्र था. वह कैंपस के हॉस्टल नंबर तीन में रहता था. बुधवार सुबह उसका शव संदिग्ध हालात में 15 नंबर क्रॉसिंग से करीब ढाई सौ मीटर दूर रेलवे लाइन के किनारे पड़ा मिला.
इस क्रॉसिंग से आईआईटी के अंदर जाने का रास्ता है, जो हमेशा बंद रहता है, और खास मौके पर ही खोला जाता है. शव की सूचना एक राहगीर ने मंधना के चौकीदार लियाकत अली को दी. मंधना चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे. मोबाइल फोन से छात्र की शिनाख्त हुई, तो कुछ ही देर में आईआईटी के सुरक्षा अधिकारी पहुंच गए. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर छात्र के दोस्तों से पूछताछ की.
पुलिस के अनुसार मृतक छात्र के साथी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. ऐसे में संस्थान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से छात्र की लोकेशन मिल सकती है. सीओ कल्याणपुर जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के अनुसार घटना रात दो-ढाई बजे के बीच की बताई जा रही है. आत्महत्या, दुर्घटना व हत्या सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. छात्र के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार है.