हैदराबाद पुलिस ने गैंगरेप के सभी 4 आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया और ये चारों आरोपी शुक्रवार को मारे गए. हैदराबाद पुलिस की इस कार्रवाई पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एनकाउंटर की तारीफ करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस को तेलंगाना पुलिस से सीख लेने की नसीहत दी थी. इस नसीहत के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने एनकाउंटर के आंकड़े जारी कर दिए.
The figures speak for themselves. Jungle Raj is a thing of the past. No longer now.
103 criminals killed and 1859 injured in 5178 police engagements in the last more than 2 years.
17745 criminals surrendered or cancelled their own bails to go to jail.
Hardly state guests. https://t.co/kCnatXKFGk
— UP POLICE (@Uppolice) December 6, 2019
यूपी पुलिस ने ट्वीट करते हुए का दावा किया कि दो साल में 103 अपराधियों का एनकाउंटर किया गया. यूपी पुलिस ने अपने ट्विटर पर लिखा, 'आंकड़े अपने आप बोलते हैं. जंगल राज अतीत की बात है. अब नहीं है. पिछले 2 सालों में 5178 मुठभेड़ की घटनाएं हुई हैं, जिसमें 103 अपराधी मारे गए और 1859 घायल हुए. 17745 अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया या जेल जाने के लिए अपनी खुद की बेल रद्द कर दी.'
सीख ले यूपी पुलिसः मायावती
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एनकाउंटर पर कहा, ‘अपनी पार्टी के लोगों को भी हमने जेल भेजा था, जिन पर किसी तरह के आरोप लगे थे. मेरा उत्तर प्रदेश की सरकार से कहना है कि हैदराबाद की पुलिस से यूपी पुलिस को सीख लेनी चाहिए और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
बसपा प्रमुख @Mayawati ने #HyderabadPolice के द्वारा किए गए #Encounter पर रखी अपनी राय। #JusticeForDisha #DishaCase (@sardanarohit)
लाइव: https://t.co/fOz5QPkk43 pic.twitter.com/ROF1YOwzuK
— आज तक (@aajtak) December 6, 2019
अन्य नेताओं की प्रक्रिया
बसपा प्रमुख मुख्यमंत्री ने कहा कि दुख की बात ये है कि दिल्ली-यूपी में पुलिसकर्मी आरोपी लोगों को सरकारी मेहमान बनाकर रखे हुए हैं, दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस को बदलना होगा. तभी बलात्कारी लोगों की हरकतें रुक सकती हैं, लोगों में कानून का खौफ नहीं है.
मायावती ही नहीं कई अन्य नेताओं ने भी इस एनकाउंटर की तारीफ की है. आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि हैदराबाद में जो कुछ भी हुआ उससे आज देश की जनता में संतोष है. लोगों में खुशी है कि उन चारों दरिंदों जिन्होंने हैवानियत की थी उनको पुलिस ने मार गिराया.
हालांकि AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हर मुठभेड़ की जांच की जानी चाहिए. इस मामले में राज्य सरकार बहुत सक्रिय थी. हमें महिला सुरक्षा के लिए अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर खुशी जताई.
हैदराबाद की घटना से लोगों में संतोष और ख़ुशी है। ये चिंता का विषय है कि देश की कानून व्यवस्था पर लोगों का विश्वास टूट चुका है। हम सब को मिलकर हमारी कानून व्यवस्था और जांच प्रणाली को मजबूत करना होगा ताकि लोग दोबारा इस व्यवस्था पर विश्वास करने लगे और हर पीड़ित को जल्द न्याय मिल पाए pic.twitter.com/TRp2eQobLN
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 6, 2019
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले पर कहा कि पुलिस का कदम बिल्कुल सही है, मानवाधिकार के नाम पर कभी आतंकी, तो कभी देशद्रोही और ऐसे जघन्य अपराधी को बचाया जाता रहा है. क्या ये मानवाधिकार अपराधियों के प्रति ही जागता है? मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने जो एनकाउंटर किया है, उन्हें एक्ट के तहत इसका अधिकार है.