गाजियाबाद पुलिस ने 30 नवंबर 2013 को हुए प्रियंका के किडनैपिंग और हत्या के मामले में नया खुलासा किया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में निठारी कांड का अहम गवाह रहा दरोगा बच्चू सिंह और 1 सिपाही भी शामिल है. इनके अलावा एक महिला सहित 2 और लोग भी इस हत्या में शामिल थे.
प्रियंका ने दरोगा के बेटे को शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने के मामले में आरोपी बनाकर जेल भिजवाया था. इसी बात से नाराज दरोगा ने इस किडनैपिंग और हत्या की वारदात का ताना-बाना बुना और अगवा करके अलीगढ़ ले जाने के बाद प्रियंका की गला दबाकर हत्या कर दी गई. बाद में उसकी लाश को नहर में फेंक दिया गया था.
प्रियंका का जुर्म सिर्फ इतना था कि इसने शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने वाले तरुण चौधरी नाम के युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उसे जेल भिजवा दिया था. ये बात तरुण के दरोगा पिता बच्चू सिंह को नागवार गुजरी और उन्होंने प्रियंका की मौत की तारीख ही लिख दी.
पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए दरोगा बच्चू सिंह, एक सिपाही विनेश, महिला रश्मि और सुपारी किलर अमरपाल को गिरफ्तार कर लिया है. प्रियंका ने बच्चू सिंह के बेटे तरुण के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज कराया था वह उस मामले में समझौता नहीं कर रही थी. जिसकी वजह से बच्चू सिंह ने 2 सिपाहियो की मदद से अमरपाल और एक अन्य सुपारी किलर से संपर्क किया. प्रियंका का अपहरण करके उसे अलीगढ़ ले जाया गया, जहां गला दबाकर हत्या करने के बाद प्रियंका के शव को नहर में बहा दिया गया. हत्या के इस मामले में सिपाही राहुल और एक सुपारी किलर अब भी फरार है.
इस घटना ने जहां प्रियंका के साथ हुई खौफनाक वारदात का खुलासा किया है, वहीं एक बार फिर इस सनसनीखेज घटना में खाकी की भागीदारी ने पुलिस महकमे को दागदार कर दिया है.