scorecardresearch
 

फर्जी कॉलेज में बांट दिए फ्री लैपटॉप

स्टूडेंट्स को फ्री लैपटॉप देने की सपा सरकार की योजना में फर्जीवाड़ा भी सामने आने लगा है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बगैर जांच पड़ताल ऐसे कॉलेज के स्टूडेंट्स को सरकारी लैपटॉप बांट दिए जो फर्जी ढंग से चलाया जा रहा था.

Advertisement
X
अखिलेश यादव
अखिलेश यादव

स्टूडेंट्स को फ्री लैपटॉप देने की सपा सरकार की योजना में फर्जीवाड़ा भी सामने आने लगा है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बगैर जांच पड़ताल ऐसे कॉलेज के स्टूडेंट्स को सरकारी लैपटॉप बांट दिए जो फर्जी ढंग से चलाया जा रहा था.

मामला पीलीभीत का है. यहां की नगर पंचायत बिलसंडा के सिधौंरा गांव स्थित भगवती दुर्गा संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य ने पिछले वर्ष दिसंबर में अपने संस्थान में बीए फर्स्ट इयर में पढ़ने वाले 86 स्टूडेंट्स को लैपटॉप देने के लिए आवेदन किया था. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कॉलेज द्वारा दिए गए दस्तावेजों की जांच किए बगैर सभी स्टूडेंट्स को लैपटॉप भी बांट दिए.

मामला पिछले हफ्ते खुला जब शिक्षा विभाग को इस कॉलेज के बगैर मान्यता संचालित होने की जानकारी मिली. इसके बाद कॉलेज की स्नातक की मान्यता से जुड़े कागजों की जांच की गई तो शिक्षा विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए. कॉलेज द्वारा शिक्षा विभाग में जमा किया गया मान्यता संबंधी संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का प्रमाणपत्र फर्जी निकला.

इसके बाद तुरंत कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ बिलसंडा थाने में एफआइआर दर्ज कराकर स्टूडेंट्स से लैपटॉप वापस लेने की कार्रवाई शुरू कर दी गई. पीलीभीत के जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. पवन कुमार सचान बताते हैं कि भगवती दुर्गा संस्कृत विद्यालय प्रबंधन से 74 स्टूडेंट्स को बांटे गए फ्री लैपटॉप की रिकवरी हो गई है बाकी लैपटॉप को भी तुरंत सौंपने का आदेश दिया गया है.

Advertisement

उधर, माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्र बताते हैं कि यूपी में फर्जी स्कूलों का जाल बिछा हुआ है. शिक्षा विभाग के अधिकारी इन स्कूलों की पूरी मदद कर रहे है. मिश्र कहते हैं ' सरकार को नए सिरे से लैपटॉप पाने वाले कॉलेजों की मान्यता का परीक्षण कराना चाहिए. इससे फर्जी ढंग से लैपटॉप लेने के कई और मामले भी पकड़ में आ सकते हैं.

 

Advertisement
Advertisement