इलाज के अभाव में महिला की मौत
बता दें कि नोएडा में इलाज के अभाव में एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई. 8 महीने की ये गर्भवती महिला एक के बाद एक कई अस्पतालों के चक्कर लगाती रही, लेकिन कई अस्पतालों ने उसे एडमिट करने से मना कर दिया. आखिरकार महिला की इलाज के अभाव में मौत हो गई.
अखिलेश का करारा वार
इस घटना पर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया और कहा, "उप्र में प्रसव के लिए अस्पताल खोजते-खोजते एक गर्भवती महिला की मृत्यु अति दुखद है. सरकार यह बताए कि अगर वो कोरोना के लिए 1 लाख बेड के इंतज़ाम का दावा करती है तो आनेवाली पीढ़ियों के लिए कुछ बेड आरक्षित क्यों नहीं रखे. भाजपा सरकार ये भी बताए कि उसने अब तक कितने अस्पताल बनाए हैं."
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रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित महिला गाजियाबाद की रहने वाली थी. महिला को सांस लेने में परेशानी हो रही थी. इसके बाद परिवार वाले उसे पहले ईएसआई अस्पताल ले गए. अस्पताल ने महिला को जिला अस्पताल में रेफर किया.
एंबुलेंस में गई जान
जिला अस्पताल ने शारदा हॉस्पिटल भेजा. वहां से उसे जीम्स भेजा गया, जिम्स ने बेड खाली न होने का हवाला देकर भर्ती करने से इनकार कर दिया. फिर महिला को फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया. वहां भी एडमिट करने से मना कर दिया. फिर महिला को मैक्स अस्पताल ले जाया गया. इस दौरान महिला की एंबुलेंस में ही मौत हो गई.