उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले के गांव कटरा में दो बहनों के रेप और मर्डर मामले में पीड़ित परिवार ने आत्महत्या की धमकी दी है. देश को शर्मसार करने वाली इस घटना की जांच कर रही सीबीआई ने खुलासा किया है इस कांड के पांचों आरोपियों की पोलीग्राफी और डीएनए जांच की रिपोर्ट उनके पक्ष में आई है. पांचों आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं और परिवार सीबीआई की जांच से संतुष्ट नहीं है. सीबीआई की जांच के बारे में जानकर पीड़ित परिवार को गहरा सदमा लगा है. वे लोग अब सीबीआई की कार्य प्रणाली पर ही सवालिया निशान लगा रहे हैं.
आज तक से बात करते हुए लड़कियों के पिता ने दुखी स्वर में कहा कि पुलिस ने पहले ही सभी महत्वपूर्ण सबूत मिटा दिए थे. उन्होंने कहा, 'सीबीआई भी अब उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच को ही आधार मानकर उसी लाइन पर चल रही है.' उन्होंने उसहैत थाने के तत्कालीन एसओ गंगा सिंह यादव पर भी सबूत मिटाने का आरोप लगाया. दुखी पिता का कहना है कि अगर सीबीआई ने भी हमारे साथ न्याय नहीं किया तो वे पूरे परिवार के साथ आम के उसी पेड़ पर लटकर आत्महत्या कर लेंगे, जिस पर उनकी दोनों बेटियों को मारकर लटकाया गया था.
उधर सीबीआई द्वारा कराए गए टेस्ट की रिपोर्ट आरोपियों के पक्ष में आने के बाद आरोपी तीनों सगे भाई पप्पू, अवधेश और उर्वेश यादव के माता-पिता बेहद खुश हैं. खुशी के मारे उनके आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आरोपियों के पिता वीरे यादव की उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं. उनका कहना है कि उन्हें पहले से ही विश्वास था कि उनके तीनों बेटे निर्दोष हैं और उन्हें भगवान पर पूरा भरोसा है. आरोपियों का पूरा परिवार पिछले डेढ़ महीने से गांव छोड़कर इधर-उधर भटक रहा था. अब सीबीआई की जांच रिपोर्ट उनके पक्ष में आने के बाद परिवार वापस गांव लौट आया है.