उत्तर प्रदेश की सियासत में ब्राह्मण और राजपूत के साथ मुस्लिम समीकरण पर दांव लगा रही कांग्रेस अब एक कदम और आगे बढ़ाने की तैयारी में हैं. सूत्रों के मुताबिक, अपने समीकरण के लिहाज से चेहरे चुनने के बाद अब पार्टी हर धर्म के पिछड़े सवर्णों को 10 फीसदी के लिए आरक्षण का प्रस्ताव रखने का मन बना रही है.
खास बात ये है कि, हर धर्म के जरिए गरीब मुस्लिमों को इसमें शामिल किया जायेगा. साफ है कि कांग्रेस अपने समीकरण को हर कीमत पर मजबूत करना चाहती है.कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस ने ही दलितों और पिछड़ों को आरक्षण दिया, उन्होंने कहा कि अगर मांग उठेगी तो पार्टी उचित फोरम पर इस पर विचार करेगी और फैसला करेगी.
सोनिया-राहुल दिखाएंगे हरी झंडी
इस बीच संसद में अचानक दलित मुद्दा गर्माने के चलते कांग्रेस ने यूपी में अपना प्रचार अभियान को एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया है. अब 23, 24 और 25 जुलाई को प्रचार अभियान होगा, लखनऊ की बजाय अब यूपी गेट (दिल्ली यूपी बॉर्डर) से यात्रा की शुरुआत होगी. पहली रात में रुकने का कार्यक्रम अब बरेली की जगह मुरादाबाद कर दिया गया है, बाकी सब पहले जैसा ही रहेगा. वहीं 23 जुलाई को सोनिया और राहुल गांधी यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
मसौदे पर हो रही माथापच्ची
पार्टी आलाकमान ने यूपी के नेताओं को दो टूक कहा है कि फिलहाल आरक्षण की जो व्यवस्था है, उससे किसी किस्म की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण कैसे दिया जायेगा, इसका मसौदा भी सामने लाया जाये, जिससे जनता को भरोसा हो सके कि ये सिर्फ चुनावी वादा नहीं है.
कार्यकर्ताओं और जनता की राय भी ली जाएगी
पार्टी अपना घोषणापत्र कार्यकर्ताओं और जनता के विभिन्न वर्गों की राय लेकर ही बनाएगी. इसीलिए इस मामले में भी पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता की राय लेकर ही घोषणापत्र में इसको डाला जाएगा.
बदले दौर में बदली कांग्रेस
2012 में यूपी के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पिछड़े मुस्लिमों को आरक्षण का वादा किया था. पार्टी पर मुस्लिम तुष्टिकरण के तमाम आरोप भी लगे थे. चुनावी नतीजे आए तो पार्टी राज्य में धड़ाम हो गई. उसके बाद लोकसभा चुनाव की करारी हार की समीक्षा के लिए बनी एंटोनी कमिटी ने पार्टी की जनता के बीच बनी प्रो मुस्लिम छवि को जिम्मेदार माना था. इसीलिए अब पार्टी फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है. अपनी पुरानी छवि भी तोड़ने की कोशिश में अब वो ये नया शिगूफा लेकर आई है. आखिर 27 सालों से यूपी में सत्ता से दूर पार्टी छटपटाहट में हर वो कदम उठाने को तैयार है, जो उसके राज्य में सुनहरे दिन लौटा सके.
राहुल गांधी 29 को जाएंगे लखनऊ
पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी 29 जुलाई को लखनऊ जाकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. इसके पहले पार्टी नेताओं की कई रैलियां राज्य के अलग-अलग हिस्सों में होंगी. फिलहाल अब तक प्रियंका गांधी के यूपी दौरे को लेकर कोई सूचना सामने नहीं आई है.