बुलंदशहर हिंसा मामले में एक नया मोड़ आ गया है. मारे गए युवक सुमित के परिजनों ने अनशन शुरू कर दिया है. परिजनों ने एफआईआर से सुमित का नाम हटाने की मांग करते हुए ऐलान किया है जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वह खाना नहीं खाएंगे.
सुमित के पिता ने कहा कि हमने पिछले तीन दिनों से भोजन त्याग दिया है. अगर सुमित का नाम एफआईआर से नहीं हटाया गया तो यह अनशन जारी रहेगा, चाहे पूरे परिवार की जान ही क्यों न चली जाए. इस हिंसा में पुलिस ने 88 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें 27 लोग नामजद हैं. इनमें से एक सुमित भी है.
Father of Sumit, who died during protests over alleged cow slaughter in #Bulandshahr on December 3: We have been going without food since 3 days. If our demands are not met and his name is not removed from the FIR then we will continue this, even if we die at the end. pic.twitter.com/2ljxmgwIRD
— ANI UP (@ANINewsUP) December 5, 2018
एसआईटी ले सकती है फैसला
इस मामले में मंगलवार को स्थानीय सांसद भोला सिंह ने बताया था कि प्रशासन ने वादा किया है कि FIR से सुमित का नाम हटेगा. मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया था कि 27 लोगों पर हुई एफआईआर की सूची में सुमित का नाम 16वें स्थान पर है, उसकी मौत हो गई है, अगर उसके खिलाफ आरोप सिद्ध भी हो जाते हैं तो भी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती है. चूंकि राज्य सरकार के निर्णय से एसआईटी का गठन किया गया है, सुमित को लेकर केवल एसआईटी ही कोई फैसला ले सकती है.
योगी सरकार देगी आर्थिक मदद
सुमित के परिवारवालों को योगी सरकार ने 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की थी. लेकिन परिवार सुमित का नाम एफआईआर से हटाने पर अड़ा है.
पोस्टमार्टम में खुलासा
इससे पहले हिंसा में शहीद हुए स्याना के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ था कि उनकी मौत गोली लगने की वजह से ही हुई थी. यानी साफ है कि उनकी गोली मारकर हत्या की गई थी. बुधवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक इंस्पेक्टर सुबोध की लेफ्ट आई ब्रो के पास से गोली लगी थी. जो अंदर घुस गई थी. गोली उनके सिर के पीछे के हिस्से में जाकर फंस गई थी.
मुख्य आरोपी ने जारी किया वीडियो
मुख्य आरोपी और बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज भले ही अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा हो, लेकिन उसने एक वीडियो जारी करके अपनी सफाई पेश की है. उसका कहना है कि वह घटना स्थल पर नहीं बल्कि घटना के वक्त थाने में था.
क्या है मामला
सोमवार (3 दिसंबर) को बुलंदशहर के स्याना थाना क्षेत्र के एक खेत में गोकशी की आशंका के बाद बवाल हुआ था. ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई फायरिंग में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और एक युवक सुमित की मौत हो गई थी. लोगों का आरोप है कि सुमित की मौत पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में हुई थी.