बीजेपी की यूपी युवा इकाई ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर से मिलाने के नाम पर युवाओं के साथ जो कुछ किया है, उसे धोखाधड़ी न कहा जाए, तो और क्या कहा जाए. पार्टी के युवा मोर्चा की ओर से चलाए जा रहे सदस्यता अभियान के पहले चरण में कई तरह की खामियां उजागर हुईं, जिससे यह साबित हो गया है कि युवा मोर्चा अति उत्साह में सूबे के युवाओं के साथ विश्वासघात कर रहा है.
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से 23 जुलाई को पूरे देश में सदस्यता अभियान की शुरुआत की गई. उत्साहित युवा मोर्चा ने केंद्रीय नेतृत्व द्वारा दिए गए 10 लाख सदस्य बनाने के लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख कर दिया. इसी दिन राजधानी सहित प्रदेश के करीब 55 जिलों में सदस्यता अभियान की शुरुआत भी हुई और शाम होते-होते दावा किया गया कि पहले ही दिन 50 हजार सदस्यों ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.
भाजयुमो की ओर से कहा गया कि पहले दिन लगभग 50 हजार लोगों को बीजेपी का सदस्य बनाया गया. इसके उलट, लखनऊ में आयोजित सदस्यता कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों से फार्म तो भरवाए गए लेकिन पार्टी की अधिकृत रसीद (सदस्यता बही) कुछ ही लोगों के हाथ लगी. इस सवाल पर पार्टी के पदाधिकारियों ने कहा कि सदस्यता शुल्क सिर्फ उन्हीं से लिया गया, जिन्हें बही दी गई है, तो फिर सवाल यह है कि जिन लोगों से फार्म भरवाकर रखे गए हैं, क्या वे फिर पांच रुपये जमा कर बीजेपी की सदस्यता लेने आएंगे या भाजयुमो के उत्साहित युवा कार्यकर्ता खुद ही उन युवाओं के घर जाकर उन्हें बीजेपी की अधिकृत बही पकड़ाएंगे.
दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिन युवाओं ने फार्म भर दिए हैं, उन्हें बीजेपी की सदस्यता की रसीद नहीं मिली है. ऐसे में उन्हें बीजेपी का सदस्य कैसे माना जा सकता है? यानी हजारों फार्म बिना बही दिए ही बांट दिए गए और उन लोगों की संख्या को भी जोड़कर ढिंढोरा पीटा गया कि पहले दिन ही 50 हजार से अधिक सदस्य बना लिए गए.
सवाल यह है कि इतने बड़े कार्यक्रम को शुरू करने से पहले युवा मोर्चे की ओर से अधिकृत बही क्यों नहीं छपवाई गई. यानी मोदी और भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर से मिलाने के नाम पर युवाओं से सिर्फ फार्म भरवाकर छला गया.
काबिलेगौर है कि भाजयुमो की तरफ से यह भी घोषणा की गई है कि जो युवा एक हजार सदस्य बनाएगा उसे मोदी से मिलने का मौका दिया जाएगा और जो युवा 500 सदस्य बनाएगा उसे अनुराग ठाकुर से मिलाया जाएगा. जब सदस्यता अभियान के दौरान युवाओं को पार्टी की अधिकृत बही ही नहीं दी गई, तब यह कैसे तय किया जा सकता है कि किसने 1000 और किसने 500 सदस्य बनवाए.
सदस्यता अभियान के बारे में उत्तर प्रदेश बीजेपी युवा मोर्चे के अध्यक्ष आशुतोष राय ने कहा कि सदस्यता अभियान के पहले दिन 50 हजार लोगों को जोड़ा गया. अभी भी लोग बीजेपी से जुड़ने के लिए उत्साहित हैं. राय से जब यह पूछा गया कि सदस्यता अभियान के दौरान युवाओं को पार्टी की अधिकृत रसीद क्यों नही दी जा रही है तो उन्होंने कहा, 'पार्टी को उम्मीद नहीं थी कि इतने लोग जुड़ेंगे. बाद में बहियां कम पड़ गईं, इसलिए युवाओं से सिर्फ फार्म ही भरवाए गए. उन्हें बाद में बही दी जाएगी.'
राय ने हालांकि यह भी कहा कि भाजयुमो की पूरी कोशिश सभी युवाओं तक बहियां पहुंचाने की रहेगी. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर इस कार्यक्रम की शुरुआत भाजयुमो ने की है. जहां तक बात सदस्यता अभियान के दौरान अधिकृत रसीद देने की है तो जितनी अधिकृत बहियां थीं, उसी के सहारे अभियान की शुरुआत कर दी गई. जल्द ही और बहियां छपवाई जाएंगी.