उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में जुलाई में हुई झड़पों और साम्प्रदायिक तनाव के बाद गिरफ्तार हुए पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के कार्यक्रम से बीजेपी ने रविवार को अपना हाथ खींच लिया है.
पार्टी का कहना है कि राज्य के नेता हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, इसी वजह से समारोह से हाथ खिंचा गया है, जबकि विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का दावा है कि राजनीतिक दबाव के कारण बीजेपी ने यह यू टर्न लिया है.
गौरतलब है कि नवंबर 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी विधायकों सुरेश राणा और संगीत सोम का सम्मान करने पर बीजेपी को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.
बीजेपी की जिला इकाई के प्रमुख गिरीश त्यागी ने कहा कि यह पार्टी का समारोह नहीं था और अमरोहा में आर्य समाज ने इसका आयोजन किया था.
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी मामले को उठाना नहीं चाहती है. इसलिए बीजेपी ने अपने राज्य प्रमुख के निर्देश पर अपनी भागीदारी वापस ले ली है. ज्यादातर लोग बीजेपी से आमंत्रित किए गए थे इसलिए लोगों ने समझा कि इस कार्यक्रम को पार्टी आयोजित कर रही है.’
कांग्रेस ने बीजेपी पर चुटकी लेते हुए कहा कि ‘लाचारी’ में उसने यह फैसला लिया है.