देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु को अपना बताने की होड़ में केंद्र की मोदी सरकार और कांग्रेस में आमने सामने हैं. इसी रस्साकशी में कूदते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी को ना बुलाए जाने को जायज ठहराया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने यहां गुरुवार को कहा कि जिस व्यक्ति ने देश को कांग्रेस से मुक्त करने का अभियान छेड़ रखा है, उसे कांग्रेस के कार्यक्रम में न बुलाना बेहद सही कदम है. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का अपमान वह बर्दाश्त नहीं करेंगे.
पूर्व इस्पात मंत्री ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर कांग्रेस के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित न करने को सही कदम बताते हुए कहा, 'नरेंद्र मोदी को कांग्रेस के कार्यक्रम में न बुलाना बेहद सही कदम है. जिस व्यक्ति ने देश को कांग्रेस से मुक्त करने का अभियान छेड़ रखा है, उसका हमारे कार्यक्रम में क्या काम?'
उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने सभी वर्ग और समाज के लोगों के विकास की ओर ध्यान दिया था. उनकी नजर में सभी लोग बराबर थे और सभी को उन्होंने उनका वाजिब हक भी दिलाया.
बेनी ने कहा कि नेहरू के विकास का नजरिया बहुत अलग था. इसको लेकर उनके महात्मा गांधी के साथ सरदार पटेल से भी कई बार वैचारिक मतभेद उभरे. इसके बाद भी उन्होंने किसी की परवाह न कर सिर्फ देश के लोगों के बारे में सोचा और उनके हित में फैसले लेने में कभी संकोच नहीं किया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपना भतीजा बताकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. बेनी ने कहा, 'प्रधानमंत्री को शायद यह नहीं मालूम है कि यूपी का मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मेरा भतीजा है. मैं अपने भतीजे का अपमान जरा भी बर्दाश्त नहीं कर सकता.'
उन्होंने कहा, 'मोदी ने मेरे भतीजे अखिलेश को यूपी के मुख्यमंत्री के स्थान पर मुख्य सफाईकर्मी का दर्जा दे दिया है, जो ठीक नहीं है. मैं उनसे मिलकर अपनी आपत्ति जरूर दर्ज बताऊंगा.'