scorecardresearch
 

'सुपर कॉप से नहीं, सुपर सिस्टम से होता है बेहतर काम', मंत्री असीम अरुण ने बताया कैसे करेंगे कार्य

यूपी की योगी सरकार 2.0 में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाए गए असीम अरुण ने कहा है कि एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए जो बेहतर काम करे.

Advertisement
X
असीम अरुण (फाइल फोटोः आजतक)
असीम अरुण (फाइल फोटोः आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रशासनिक सुधार के लिए टेक्नोलॉजी जरूरी- असीम अरुण
  • कहा- बीजेपी गरीबों का दुख-दर्द समझने वाली पार्टी

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लगातार दूसरी बार सरकार बना ली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण के साथ ही यूपी में योगीराज 2.0 का आधिकारिक आगाज हो गया है. सीएम योगी के साथ 52 मंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. इन मंत्रियों में कानपुर के पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरुण भी शामिल हैं.

योगी सरकार 2.0 में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने आजतक से खास बातचीत की. पूर्व आईपीएस असीम अरुण ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि उनको जो जिस भी विभाग का प्रभार मिलेगा, वे कैसे काम करेंगे. उन्होंने कहा है कि एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए जो बेहतर काम करे. असीम अरुण ने कहा कि बेहतर काम सुपर कॉप से नहीं, सुपर सिस्टम से होता है.

उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सुधार के लिए टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल बहुत जरूरी है. टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल कर अच्छा करने की कोशिश की जाएगी. मुफ्त राशन की योजना तीन महीने के लिए बढ़ाए जाने पर असीम अरुण ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गरीबों के दुख दर्द को समझने वाली पार्टी है. कोरोना काल में लाखों लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई थी.

Advertisement

आईपीएस अधिकारी से राजनेता बने असीम अरुण ने कहा कि कई पार्टियां बड़े-बड़े प्रोजेक्ट लगाकर भी चुनाव नहीं जीत पाईं लेकिन बीजेपी ने गरीब की झोपड़ी को मजबूत करने का एजेंडा तय किया. उसे गैस कनेक्शन दिया गया, शौचालय दिया गया और सिर पर छत दी गई. उन्होंने कहा कि आवारा पशु एक चुनौती हैं. हमें गौशालाओं को मजबूत करना है. चारे की समस्या आती है तो उसके लिए ग्राम समाज या चरागाह की जो जमीन है, उसका उपयोग हरे चारे के लिए किया जा सकता है.

असीम अरुण ने कहा कि प्रति पशु 30 रुपये के हिसाब से मदद भी मिलती है. उसको बढ़ाने की भी कोशिश की जा रही है लेकिन स्थानीय संसाधनों से भी चीजों को बेहतर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की तरह उत्तर प्रदेश में भी गोबर से बने गो-कास्ट को अंत्येष्टि के लिए अनिवार्य करने की भी जरूरत है.

असीम अरुण ने कहा कि गौशाला को हम अच्छे से चलाएं, गोबर से गोकास्ट बनाया जाए और मध्य प्रदेश में जिस तरह से इसे अंत्येष्टि स्थल पर अनिवार्य कर दिया गया, हम भी सीखेंगे और समस्याओं का हल निकालेंगे. उन्होंने कहा कि हम समस्याओं का हल निकालने वाला समाज बनेंगे.

 

Advertisement
Advertisement