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CAA पर बवाल- पुलिस का 'बदला', यूपी के जिलों का ऐसा है हाल

सीएए के खिलाफ सबसे ज्यादा प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में हुए. पिछले शुक्रवार यानी 20 दिसंबर को यूपी के विभिन्न शहरों में सीएए के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे. देखते ही देखते इस आंदोलन ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई जगह तोड़फोड़ और सरकारी संपत्ति को आग के हवाले किया.

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लखनऊ में पुलिस बल तैनात (फाइल फोटो- PTI)
लखनऊ में पुलिस बल तैनात (फाइल फोटो- PTI)

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ सबसे ज्यादा प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में हुए. पिछले शुक्रवार यानी 20 दिसंबर को यूपी के विभिन्न शहरों में सीएए के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे. देखते ही देखते इस आंदोलन ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई जगह तोड़फोड़ और सरकारी संपत्ति को आग के हवाले किया.

प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने भी कड़ा रुख अपनाया और 19 प्रदर्शनकारियों की गोलीबारी में मौत हुई. यूपी सरकार के मुताबिक 288 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनमें से 61 गोलीबारी में जख्मी हुए हैं. प्रदेश में कुल 327 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 5558 लोगों को हिरासत में लिया गया है. प्रदेश भर में 1113 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदर्शन में शामिल लोगों को वसूली नोटिस भेजे जा रहे हैं.

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1_122719085013.jpgलखनऊ में पुलिस (फाइल फोटो- PTI)

बिजनौर में दो की मौत-43 को वसूली नोटिस

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 20 दिसंबर को हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान का आकलन करने के बाद जिला प्रशासन ने 43 लोगों को वसूली नोटिस भेजा है. 146 को गिरफ्तार किया गया है. बिजनौर के नहटौर में हुई दो मौतों की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं.

लखनऊ में एक की मौत-110 को नोटिस

राजधानी लखनऊ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ 20 दिसंबर को प्रदर्शन हिंसक हो गया. प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली लगने से एक की मौत हो गई. प्रदर्शनकारियों ने दो पुलिस चौकी और वहां बाहर खड़े वाहनों को आग लगा दी. खदरा इलाके में भी तोड़फोड़ और आगजनी हुई. लखनऊ पुलिस ने 110 प्रदर्शनकारियों को चिन्हित कर नोटिस जारी किया. पुलिस व राजस्व टीम ने अभी तक हुए परीक्षण में ढाई से तीन करोड़ तक के नुकसान की आशंका जताई है.

2_122719084930.jpgवाराणसी में पुलिस (फाइल फोटो- PTI)

अलीगढ़ में 1200 लोगों के खिलाफ एफआईआर

सीएए और एनआरसी के खिलाफ अलीगढ़ में एएमयू के करीब 2000 लोगों ने 24 दिसंबर की शाम मार्च निकाला था और राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन प्रशासन के एक अधिकारी को सौंपा था. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हुआ था और जमकर पथराव भी हुआ था. एएमयू हिंसा के संबंध में 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ निषेधाज्ञा उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है. इनमें छात्र, शिक्षक और गैर शिक्षण स्टाफ शामिल हैं. हालांकि एएमयू प्रशासन ने विश्वविद्यालय को पांच जनवरी 2020 तक बंद कर, हॉस्टल खाली कराकर छात्रों को उनके घर भेज दिया है.

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मऊ में 110 लोगों की पहचान

उत्तर प्रदेश के मऊ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ मुस्लिम समुदाय का बड़ा तबका विरोध प्रदर्शन करने सड़क पर उतर आया था. इस दौरान प्रदर्शन ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया. तोड़फोड़, पथराव और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने मऊ हिंसा के संबंध में 110 लोगों की तस्वीरें जारी की हैं. इन पर पथराव करने और वाहनों में आग लगाने के आरोप हैं. हिंसा के संबंध में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं और अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.

0_122719084907.jpgलखनऊ में पुलिस (फाइल फोटो- PTI)

गोरखपुर में 1000 लोगों पर मामला दर्ज

सीएए और एनआरसी के खिलाफ गोरखपुर में भी प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया. 20 दिसंबर को हिंसक प्रदर्शन में 16 लोग घायल हुए थे और कई जगह सरकारी संपत्ति को आग लगा दी गई थी. प्रशासन ने प्रदर्शन के लिए 33 लोगों को नोटिस भेजा है और 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है. गोरखपुर में हुई हिंसा में 26 लोगों को जेल भी भेज दिया गया है.

कानपुर में तीन मौत-48 को नोटिस

सीएए के खिलाफ कानपुर में 20 और 21 दिसंबर को हिंसक प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 11 लोग घायल हुए. पुलिस ने 17 एफआईआर दर्ज कर अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है. कानपुर में पुलिस ने 48 लोगों की पहचान कर उन्हें वसूली का नोटिस भेजा है.

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8_122719084844.jpgवाराणसी में पुलिस (फाइल फोटो- PTI)

फिरोजाबाद में 5 की मौत-80 को वसूली नोटिस

फिरोजाबाद में भी सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ हुई थी. प्रदर्शन के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने हिंसा में शामिल 80 लोगों को चिन्हित किया है और उन्हें वसूली नोटिस भेजा है. इनसे सरकारी संपत्ति का नुकसान करने के लिए वसूली की जाएगी. फिरोजाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल के मुताबिक 13 लोगों को हिंसक प्रदर्शन के चलते जेल भेजा जा चुका है.

मेरठ में चार की मौत-148 को वसूली नोटिस

मेरठ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से चार लोगों की मौत हो गई. बवाल के दौरान हुए नुकसान के लिए प्रशासन ने अबतक 148 लोगों को चिन्हित किया है. इनसे 40 लाख रुपये की वसूली के लिए नोटिस दिया गया है. मेरठ प्रशासन ने लगभग 417 लोगों के शस्त्र लाइसेंस पर जांच बैठा दी है. इनमें से 300 लाइसेंस के नवीनीकरण पर रोक लगा दी गई है. 117 उन लोगों को नोटिस दिया गया है जिनके पास लाइसेंस थे. इनसे पूछा जा रहा है कि बवाल के समय वो कहां थे.

6_122719084817.jpgमथुरा में पुलिस (फाइल फोटो- PTI)

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संभल में 2 की मौत-26 को वसूली नोटिस

सीएए और एनआरसी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के संभल में 20 दिसंबर यानी शुक्रवार को प्रदर्शन हिंसक हो गया. यहां प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज की एक बस को आग के हवाले कर दिया था. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर पथराव हुआ था. सीएए विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों के सिलसिले में संभल में 26 लोगों को वसूली नोटिस भेजा गया है.

संभल पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद के मुताबिक 55 उपद्रवियों को चिन्हित किया गया है. 150 लोगों के पोस्टर जारी किए गए हैं. 48 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. संभल के अपर जिलाधिकारी कमलेश अवस्थी ने बताया कि पिछले दिनों संभल में हुई घटना में सरकारी संपत्ति के नुकसान का आकलन जारी है. अब तक के आकलन में 11 लाख 66 हजार रुपये का नुकसान पाया गया है. हिंसा के दौरान महिला पुलिसकर्मियों सहित कुल 55 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

रामपुर में एक की मौत-28 लोगों को नोटिस

उत्तर प्रदेश के रामपुर में सीएए और एनआरसी के खिलाफ शनिवार को हुए प्रदर्शन में एक की मौत हो गई. प्रदर्शनकारियों के द्वारा तोड़फोड़ और आगजनी के लिए पुलिस ने 28 लोगों को नोटिस जारी करके 25 लाख की भरपाई करने को कहा है. इन पर हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान करने का आरोप है. हिंसा में 38 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. बाद में 10 को छोड़ दिया गया जबकि 28 को जेल भेज दिया गया.

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mujf_122719084745.jpgमुजफ्फरनगर में तैनात पुलिस (फाइल फोटो- PTI)

बहराइच में 43 गिरफ्तार

बहराइच में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. पुलिस द्वारा रोकने पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पथराव किया जिसमें 10 पुलिसकर्मियों को चोटें आईं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ और आगजनी भी थी. पुलिस को लाठी चार्ज व आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा. इस संबंध में गुरुवार तक पुलिस ने 43 लोगों को गिरफ्तार कर उनको जेल भेजा. प्रशासन ने 95 उपद्रवियों को चिन्हित किया है. बहराइच में दो हजार से अधिक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में छह मुकदमे दर्ज किए गए हैं.

मुजफ्फरनगर में एक की मौत

मुजफ्फरनगर में सीएए और एनआरसी के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान शहर में हिंसा भड़क गई. इस दौरान पुलिसकर्मियों व अग्निशमन विभाग के कर्मियों पर हमला किया गया. 40 से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई. मीनाक्षी चौक पर पुलिस चौकी फूंक दी गई. चार दुकानों में आग लगा दी गई. इस दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत भी हो गई. 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 76 से ज्यादा व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने 100 से ज्यादा लोगों को चिन्हित किया है. जिला प्रशासन ने 67 दुकानों और होटलों को सील कर दिया है.

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