उत्तर प्रदेश की राजधानी में मंगलवार को तापमान ने 49 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया. मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.7 डिग्री सेल्सियस तक चला गया. उत्तर प्रदेश के अलावा पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है. दिल्ली में मंगलवार को दिन में धूप खिली, लेकिन शीतलहर के चलते तापमान में ज्यादा इजाफा नहीं हो सका.
मौसम विज्ञानियों के अनुसार कड़ाके की सर्दी का यह दौर इस सप्ताह तक जारी रहने की सम्भावना है. मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को राजधानी का न्यूनतम तामपान लगभग दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तथा अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
लखनऊ में मंगलवार को जहां न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं इससे पहले 31 जनवरी, 1964 को यहां न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था. राज्य में मंगलवार को सबसे सर्द क्षेत्र कानपुर रहा, जहां का न्यूनतम तापमान शून्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. आगरा में शून्य से एक डिग्री नीचे तापमान दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में यह पहला अवसर है जब एक साथ कई जगहों पर पारा शून्य से नीचे दर्ज किया गया, जबकि औसत तापमान चार डिग्री सेल्सियस रहा. अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
आंचलिक मौमस विज्ञान केंद्र के निदेशक जे. पी. गुप्ता ने बताया कि प्रदेशवासियों को अभी ठंड से निजात मिलने की सम्भावना नहीं है. अगले 48 घंटो में ठंड के और बढ़ने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है.
लखनऊ के अलावा वाराणसी का न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस, इलाहाबाद का तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस तथा गाजीपुर का तापमान तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.