उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी में मंदिरों के दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि खुद को 'एक्सीडेंटल हिंदू' कहने वाले लोगों ने अपने गोत्र प्रकट करना शुरू कर दिया है.
यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने दुनिया भर में कुंभ मेला का समर्थन किया है और यह एक ट्रेडमार्क बन गया है. यही कारण है कि कुछ लोगों ने अब अपने गोत्र को बताना शुरू कर दिया है जो खुद को 'एक्सीडेंटल हिंदू' कहते थे. यह हमारी वैचारिक जीत है."
जब रामायण और महाभारत को लिखा गया था, तब गूगल अस्तित्व में नहीं
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि "कुंभ उन लोगों की सबसे बड़ी सभा है जहां जाति, लिंग या धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है. हालांकि, एक समाचार रिपोर्ट में इसे एक ऐसी घटना कहा जाता है जो महिला विरोधी है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है. ये ऐसे लोग हैं जो सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी राय बनाते हैं. जब रामायण और महाभारत को लिखा गया था, तो गूगल अस्तित्व में नहीं था. इसलिए इन प्राचीन महाकाव्यों में जो भी लिखा गया है, वह सच है. कुंभ लोगों को एकजुट करने और हमारी संस्कृति का प्रदर्शन करने का माध्यम है."
जो लोग सुप्रीम कोर्ट में जाने की बात करते हैं वे मंदिरों में कभी नहीं गए
आदित्यनाथ ने सबरीमाला के फैसले पर भी बात की और कहा कि जो लोग सुप्रीम कोर्ट में जाने की बात करते हैं वे मंदिरों में कभी नहीं गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय षडयंत्र की वजह से हम आजादी से पहले गुलामों की तरह रहते थे और अब हर किसी को ऐसी ताकतों के खिलाफ सावधान रहने की जरूरत है.
प्रभु श्रीराम की नगरी, अयोध्या में समरसता कुंभ का उद्घाटन। #समरसता_कुंभ https://t.co/EoNJlnQp6N
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 15, 2018
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अयोध्या में समरसता कुंभ का उद्घाटन किया. यहां जनता को संबोधित करने के दौरान ये बात कही गई. राजस्थान में चुनाव अभियान के दौरान भगवान हनुमान को दलित कहते हुए वह पहले विवाद में थे. अब राहुल गांधी के 'दुर्घटनाग्रस्त हिंदू' वाला बयान भी विवाद खड़ा कर सकता है.