नोएडा सिटी सेंटर से महज 8 किलोमीटर दूर नोएडा एक्सटेंशन मे युद्धस्तर पर बन रहे फ्लैट्स की डिलिवरी इस साल के अंत से शुरू हो जायेगी. अगले 6 महीनों मे तकरीबन 50 हजार फ्लैट की चाबी उनके मालिकों को दे दी जाएगी.
नोएडा एक्सटेंशन मे लगभग 6 लाख फ्लैट का कंस्ट्रक्शन सालों से दिन-रात चल रहा है. पर कुछ कानूनी दांव-पेंच की वजह से थोड़ी अड़चने आ रही थी, पर सुप्रीम कोर्ट के मई में आये फैसले ने वो सारी अड़चने दूर कर दी. रियल एस्टेट एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक कपूर का कहना है कि सारे बिल्ड़रो के बेसिक डेटा आ गए है जिसमे से कुछ ने तो फ्लैट देना भी शुरू कर दिया है. और इस साल के अंत तक लगभग 50 हजार फ्लैट्स की डिलिवरी कर दी जाएगी.
एक आंकड़े के अनुसार अगले साल तक नोएडा एक्सटेंशन लगभग 1 लाख लोगों का नया पता हो जायेगा. हालांकि यह भी शिकायत है कि यहां मूलभूत ढांचा अभी भी पूरी तरह से तैयार नहीं है. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का कहना है कि बिजली के तार बिछा दिए गए है और सब स्टेशन का निर्माण पूरा हो चूका है, पर रोड का निर्माण कार्य अब भी जारी है.
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियो ने ये भी बताया कि भूखण्ड (प्लाट) मालिकों को पानी पहुंचाया जा चुका है पर फ्लैट में पानी देने की जिम्मेदारी बिल्ड़रो की है. स्कूलों और हॉस्पिटलों के निर्माण के लिए जमीन दी चुकी है जिसपर एक स्कूल तैयार भी हो चुका है. अधिकारियों ने ये भी बताया की स्ट्रीट लाइटें लगाई जा चुकी हैं और प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगातार वृक्षारोपण किया जा रहा है जिससे कंस्ट्रक्शन की वजह से होने वाली धूल से बचने में भी मदद मिलेगी.
नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ओनर वेलफेयर एसोसिएशन के सह अध्यक्ष इंद्रीश गुप्ता का कहना है कि फ्लैट डिलिवरी में वैसे ही सालों की देरी हो चुकी है इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि अब बिल्डर कोई और सरचार्ज न लगाएं और साथ ही क्वालिटी से भी कोई समझौता ना करें. पर एक बात तो तय है कि अगले साल से नोएडा की सड़कों के साथ साथ मेट्रो की ब्लू लाइन पर भीड़ और बढ़ने वाली है.