भारत की सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' ने जहां एक ओर आतंक के खिलाफ भारत की निर्णायक नीति को दर्शाया, वहीं दूसरी ओर इसने आम नागरिकों के दिल में देशभक्ति की एक नई लहर भी पैदा की है. इसी देशप्रेम का भाव दर्शाता है तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले से आया एक मार्मिक उदाहरण, यहां एक कपल ने अपनी नवजात बेटी का नाम 'सिंदूर' रखा है.
जानकारी के अनुसार, नंगुनूर मंडल के मुकडमपुर गांव के रहने वाले विक्रम और उनकी पत्नी काव्या श्री ने 14 मई को एक प्यारी-सी बच्ची को जन्म दिया. विक्रम, वरिष्ठ भाजपा नेता वासरा यादमल्ला के पुत्र हैं. इस कपल ने देश के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक बनने वाले ऑपरेशन सिंदूर से प्रेरित होकर अपनी बेटी का नाम भी ‘सिंदूर’ रखा.
यह भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर: डिफेंस सेक्टर को बजट का बूस्टर... सेना ने देश का सिर ऊंचा किया, सरकार ने खोल दिया खजाना
विक्रम ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जब हमने देखा कि कैसे हमारे बहादुर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दुश्मन के नापाक इरादों को कुचल दिया, तब हमें लगा कि इस अद्भुत विजय और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक को किसी खास तरीके से याद रखना चाहिए. इसी भावना से हमने अपनी बेटी का नाम ‘सिंदूर’ रखने का निर्णय लिया.
इस निर्णय को लेकर परिवार और गांव में गर्व और उत्साह का माहौल है. वहीं सोशल मीडिया पर यह कहानी वायरल हो रही है और कई अन्य परिवार भी इस प्रेरणादायक कदम से प्रभावित होकर अपनी बेटियों के नाम 'सिंदूर' रखने लगे हैं. यह न सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन की सफलता को सम्मान देने का तरीका है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को देशप्रेम और बलिदान की भावना से जोड़ने की पहल भी है.