जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर फ्लाइट में हमले का मामला अलग मोड़ लेता नजर आ रहा है. मुंबई पुलिस के सूत्रों कहना है कि ये मामला हमले का नहीं बल्कि झगड़े का है.
पैर टकराने की वजह से हुआ था झगड़ा
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि कन्हैया बाहर की सीट पर थे जबकि मानस ज्योति डेका खिड़की की तरफ बैठे थे. मानस टॉयलेट जा रहे थे और इस दौरान उनका पैर कन्हैया के पैर से टकरा गया. इसके बाद दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया और जेट एयरवेज के क्रू ने सीआईएसएफ को इसकी सूचना दी. सीआईएसएफ ने दोनों को प्लेन से उतार लिया और मुंबई पुलिस को इसकी सूचना दे दी.
जेएनयू विवाद में फंसे यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने रविवार की सुबह खुद ट्वीट करके बताया था कि इस बार एयरक्राफ्ट में एक शख्स ने उनका गला दबाने की कोशिश की है.
कन्हैया के आरोपों के मुताबिक कोई सबूत नहीं
मुंबई पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर देवेन भारती ने कहा कि दोनों ने ही शिकायत दर्ज करवाई है. मानस की ओरग से कन्हैया पर हमला करने से जुड़ा कोई सबूत हमें नहीं मिला है. पहली नजर में सामने आया है कि मानस का पैर कन्हैया के पैर से लगा था. उसके बैलेंस बिगड़ जाने से कन्हैया के कंधे से उसकी टक्कर हुई थी. इसके बाद दोनों के बीच हल्की बहस हुई. भारती ने कहा कि हमें अबतक कन्हैया के आरोपों के मुताबिक कोई सबूत नहीं मिला है. हमने कोलकाता पुलिस को मामले की जानकारी दी है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
कन्हैया ने ट्वीट किया, 'एक बार फिर. इस बार एयरक्राफ्ट में एक शख्स ने मेरा गला दबाने की कोशिश की.'
Yet again, this time inside the aircraft, a man tries to strangulate me.
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyajnusu) April 24, 2016
मुंबई पुलिस की पकड़ में आरोपी
सीआईएसएफ के सूत्रों ने बताया कि कन्हैया ने फ्लाइट में बोर्ड ही किया था और वो सीट पर बैठ रहे थे. खिड़की के साथ वाली सीट पर बैठा शख्स फोन पर बात कर रहा था. टॉयलेट जाने के लिए उठे उस शख्स पर कन्हैया ने गला दबाने की कोशिश का आरोप लगाया है. सीआईएसएफ ने आरोपी को मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया.
जेट एयरवेज ने नहीं लिया एक्शन
कन्हैया ने बताया कि इस घटना के बाद जेट एयरवेज के स्टाफ ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. कन्हैया ने कहा, 'जेट एयरवेज को हमला करने वाले और हमले का शिकार हुए व्यक्ति में फर्क नजर नहीं आता. अगर आप शिकायत करेंगे, तो वो आपको प्लेन से उतार देंगे.'
After the incident @jetairways staff completely refuses to take any action against the man who assaulted me.
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyajnusu) April 24, 2016
Basically @jetairways sees no difference between someone who assaults nd d person who is assaulted. They will deplane you, if you complain.
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyajnusu) April 24, 2016
जेट एयरवेज ने जारी किया बयान
कन्हैया पर हमले की घटना और एक्शन न लेने के आरोप के बाद जेट एयरवेज ने बयान जारी किया है. बयान में कहा गया है, 'सुबह मुंबई से पुणे जाने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट 9W 618 से कुछ यात्रियों को सुरक्षा कारणों से मुंबई एयरपोर्ट पर उतार दिया गया. यात्रियों और क्रू की सुरक्षा जेट एयरवेज की पहली प्राथमिकता है.'
पुणे इवेंट के लिए कन्हैया का पब्लिसिटी स्टंट
मानस ज्योति डेका ने कहा कि कन्हैया के आरोप उसके पुणे इवेंट के लिए महज पब्लिसिटी स्टंट है. विंडो सीट से निकलते हुए मैंने सहारे के लिए उसकी सीट को थामा था. वहां कन्हैया के साथ के लोगों ने मुझे हमलावर करार देते हुए चिल्लाना शुरू कर दिया. डेका ने कहा कि मैं भला क्यों उसपर हमला करूंगा?
17 साथियों के साथ पुणे जा रहा था मानस
मामले की जांच के बाद पुलिस ने बताया कि सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस के कोलकाता ऑफिस में इंजीनियर का काम करनेवाले मानस अपने 17 अन्य सहकर्मियों के साथ पुणे जा रहे थे. कोलकाता में चुनाव की वजह से ऑफिस को तीन दिनों के लिए बंद कर कर्मचारियों को पुणे शिफ्ट किया जा रहा था. कोलकाता से पुणे जा रहा विमान मुंबई में हाल्ट करता है.
एनसीपी नेताओं के साथ रहे कन्हैया
कन्हैया अपने मुंबई और पुणे के कार्यक्रम दौरान लगातार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और उसके स्टूडेंट विंग के नेताओं के साथ रहे. साथ ही अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर लगातार हमला करते रहे. पुणे के बाल गंधर्व हॉल में उन्होंने लेफ्ट और दलित राजनीति से जुड़े लोगों को संबोधित किया.
कोर्ट परिसर में हुई पिटाई
संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की बरसी पर हुए कार्यक्रम के दौरान जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में जेल जा चुके कन्हैया पर इससे पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं. पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान कोर्ट परिसर के अंदर ही कन्हैयार की पिटाई की गई थी. आज तक के स्टिंग ऑपरेशन में तीन वकीलों ने इस बात को कबूला था कि उन्होंने कन्हैया को बुरी तरह पीटा.
जेएनयू कैंपस में हमला
10 मार्च को यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर ही विकास चौधरी नाम के एक शख्स ने कन्हैया के साथ हाथापाई की थी. विकास चौधरी का कहना था कि वो कन्हैया को सबक सिखाने आया था.
हैदराबाद में चप्पल फेंकने की कोशिश
हैदराबाद यूनिवर्सिटी में कन्हैया कुमार पर एक समारोह में चप्पल फेंकने की कोशिश की गई थी. कन्हैया यहां छात्रों को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान दो लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए और कन्हैया पर चप्पल फेंकने की कोशिश की.
नागपुर में फेंके जूते-चप्पल
इसके अलावा 14 अप्रैल को भी नागपुर में नेशनल कॉलेज के एक कार्यक्रम गए कन्हैया पर जूते-चप्पल फेंके गए थे. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने जमकर हंगामा किया और कन्हैया के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए थे. इतना ही नहीं कार्यक्रम स्थल की तरह जाते समय भी कन्हैया की गाड़ी पर पत्थरबाजी की गई थी.