प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि परमाणु ऊर्जा भारत की उर्जा जरूरतों का अहम हिस्सा है और वह सुनिश्चित करेंगे कि इसे हासिल करने में लोगों की सुरक्षा और जीवकोपार्जन को खतरे में न डाला जाए.
चार परमाणु वैज्ञानिकों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किए जाने के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि परमाणु ऊर्जा हासिल करने की हमारी ललक लोगों की सुरक्षा और जीवकोपार्जन को खतरे में न डाले.’
उन्होंने 2011 के फुकुशिमा हादसे का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे परमाणु उर्जा को लेकर ‘न्यायोचित’ चिंताए पैदा हुई हैं, उन्होंने कहा, ‘अगर हम अपने उर्जा कार्यक्रमों को लागू करते भी हैं तो हम यह सुनिश्चित करते रहेंगे कि परमाणु ऊर्जा पूरी तरह सुरक्षित बनी रहे.’
उन्होंने कहा कि संसद एक नया परमाणु सुरक्षा नियमन प्राधिकार स्थापित करने संबंधी विधेयक पर विचार कर रही है. मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ अपना सहयोग बढ़ाया है और पहले कामकाजी सुरक्षा समीक्षा दल ने हाल ही में राजस्थान परमाणु ऊर्जा केंद्र का दौरा किया.