केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निर्देश के बाद अब जल्द ही दिल्ली में अति विशिष्ट लोगों (वीआईपी) की सुरक्षा में कटौती की जाएगी.
शिन्दे ने कहा, ‘प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया जी ने मुझसे दो तीन दिन पहले वीआईपी सुरक्षा में कटौती के लिए कहा था और मैंने गृह सचिव से इसे देखने को कहा है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं केवल यही वायदा कर सकता हूं कि वीआईपी सुरक्षा में जल्द कटौती की जाएगी.’ शिन्दे ने कहा कि दिल्ली पुलिस के 86 हजार कर्मियों में से लगभग सात हजार पुलिसकर्मी वीआईपी सुरक्षा में लगे हैं.
उन्होंने कहा कि इनमें से 2500 पुलिसकर्मी जेड प्लस सुरक्षा पाने वाले वीआईपी लोगों के पास तैनात हैं जबकि बाकी उच्च न्यायालयों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में तैनात हैं.
उन्होंने कहा कि बलात्कार के सभी मामलों को दुर्लभ से दुर्लभतम नहीं माना जा सकता लेकिन 16 दिसंबर को 23 वर्षीय युवती के साथ जो हुआ उसे दुर्लभ से दुर्लभतम मामला माना जा सकता है.
यह पूछने पर कि क्या वह बलात्कारियों को मौत की सजा देने के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश करेंगे, शिन्दे ने कहा, ‘जब तक मैं इस कुर्सी (गृह मंत्री के पद) पर हूं, मैं कभी भी राष्ट्रपति से ऐसी सिफारिश नहीं करूंगा.