प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने ट्वीट कर विनायक सावरकर को नमन किया और स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को याद किया. इस दौरान पीएम मोदी ने एक वीडियो भी ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने विनायक सावरकर का जिक्र किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘वीर सावरकर की जयंती पर मैं उनको नमन करता हूं, हम उन्हें उनकी बहादुरी, स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान और हजारों लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए नमन करते हैं.’ पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सावरकर को श्रद्धांजलि दी.
वीर सावरकर ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अनेकों यातनायें सहीं। देश के लिए इतने कष्ट सहने वाला विश्व में सावरकर जैसा शायद ही कोई हो।
उन्होंने अस्पृश्यता के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी और मंदिरों में दलित समाज के प्रवेश के लिए संघर्ष किया।
Advertisementऐसे महान राष्ट्रभक्त के चरणों में कोटि-कोटि नमन।
— Amit Shah (@AmitShah) May 28, 2020
On his Jayanti, I bow to the courageous Veer Savarkar. We remember him for his bravery, motivating several others to join the freedom struggle and emphasis on social reform. pic.twitter.com/o83mXmgp1S
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2020
पीएम मोदी के अलावा भारतीय जनता पार्टी के ट्विटर हैंडल की ओर से भी विनायक सावरकर को याद किया गया, साथ ही कई भाजपा नेता, केंद्रीय मंत्रियों ने इस अवसर पर ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी.
28 मई 1883 में मुंबई में जन्मे सावरकर क्रांतिकारी होने के साथ लेखक, वकील और हिंदुत्व की विचारधारा के समर्थक थे. आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने उन्हें कालापानी की सजा दी थी. विनायक दामोदर सावरकर का निधन 26 फरवरी 1966 को हुआ था.
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राजनीति के केंद्र में रहते हैं सावरकर!
मौजूदा वक्त में भी विनायक सावरकर देश की राजनीति से अछूते नहीं हैं. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी विनायक सावरकर को एक अहम स्वतंत्रता सेनानी बताती है, तो वहीं कांग्रेस की ओर से हमेशा यही आरोप लगाया जाता है कि सावरकर ने अंग्रेजों से कई बार माफी मांगते हुए सजा कम करने की अपील की थी.
इस विषय को लेकर कई बार दोनों पार्टियों में आर-पार की लड़ाई हो चुकी है. पिछले साल महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणापत्र में ऐलान किया था कि वह वीर सावरकर को भारत रत्न देने की आधिकारिक मांग करेगी, जिसपर काफी विवाद हुआ था.