अंडमान में के हैवलॉक और नील द्वीपों में फंसे पर्यटकों के लिए राहत और बचाव कार्य शुक्रवार को शुरू हो गया है. हैवलॉक द्वीप से 200 से ज्यादा पर्यटकों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, अन्य पर्यटकों के लिए बचाव कार्य जारी है. पर्यटकों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना के चॉपर समेत नौसेना के 6 जहाज और इंडियन कोस्ट गॉर्ड के दो जहाज पोर्ट ब्लेयर से रवाना कर दिए गए थे.
असल में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह पर आने वाला चक्रवात 'वरदाह' और तेज हो गया था, जिसकी वजह से वहां के नील और हैवलॉक द्वीप पर फंसे 1400 पर्यटकों को निकालने में मुश्किलें आ रही थीं. इससे पहले सुबह शिपिंग सेवा निदेशालय ने पोर्ट ब्लेयर से हैवलॉक द्वीप की ओर दो जहाज भेजे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण इन जहाजों को बीच रास्ते से वापस आना पड़ा था.
पर्यटकों को मुफ्त दिया रहा खाना-पीना
पोर्ट ब्लेयर के दक्षिण-पश्चिम में करीब 100 किमी दूर और कार निकोबार से करीब 200 किमी की दूरी पर दबाव बना हुआ है. उप-राज्यपाल डॉ. जगदीश मुखी स्थानीय प्रशासन, टूर ऑपरेटर्स, होटल एसोसिएशंस और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं. केंद्र सरकार भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है. होटल वालों ने तय किया है कि जब तक हालात नहीं सुधरते वे मानवीयता दिखाते हुए वे अपने यहां ठहरे सभी पर्यटकों को मुफ्त में खाना-पीना और अन्य जरूरी सामान मुहैया करेंगे. प्रशासन ने रक्षा मंत्रालय से अनुरोध किया है कि पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टरों भेजे जाएं.
भारी बारिश का अनुमान