उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट सबरीमाला विवाद पर फैसला दे सकता है तो राम मंदिर पर भी देश की सर्वोच्च अदालत को फैसला देना चाहिए. योगी इंडिया आइडिया कॉन्क्लेव में बात कर रहे थे.
योगी ने एक बार फिर कहा कि राम जन्मभूमि का मुद्दा राजनीति का विषय नहीं है. योगी ने कहा कि ये धार्मिक भावनाओं की बात है. योगी आदित्यनाथ ने सबरीमाला विवाद का जिक्र करते हुए कहा, "किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए, यदि सुप्रीम कोर्ट सबरीमाला मंदिर विवाद पर अपना फैसला दे सकता है, तो हम अपील करते हैं कि राम मंदिर पर एक फैसला लिया ही जाना चाहिए, राम जन्मभूमि का मुद्दा राजनीति का विषय नहीं है, ये धार्मिक भावनाओं की बात है."
Nobody should be discriminated. If Supreme Court can give its verdict on #SabarimalaTemple, then we appeal that a decision on Ram Mandir should also be taken. The issue of Ram Janmabhoomi is not about politics, it is about religious sentiments: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/cgbxVHuCso
— ANI UP (@ANINewsUP) October 27, 2018
बता दें कि इससे पहले आज तक से बातचीत के दौरान सीएम योगी ने कहा था कि जल्द ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनेगा. 23 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे योगी ने कहा था कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है, उनका यहां आना स्वाभाविक है. भगवान राम के ननिहाल में मंदिर बन गया है, तो अब अयोध्या में भी जल्द भव्य राम मंदिर बनेगा.
इधर सुप्रीम कोर्ट रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई के लिए एक नई बेंच का गठन किया गया है. ये बेंच 29 अक्टूबर से इस केस की सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट की इस नई बेंच में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एस के कौल और जस्टिस के एम जोसेफ शामिल हैं. 29 अक्टूबर से अदालत इस बात पर फैसला कर सकता है कि क्या इस केस की रोजाना सुनवाई हो या फिर फिक्स्ड शेड्यूल के आधार पर ही केस पर फैसला हो.