संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा 2018 का रिजल्ट जारी हो गया है. इस परीक्षा में कनिष्क कटारिया ने टॉप किया है. वहीं, पांचवी रैंक हासिल करने वाले सृष्टि जयंत देशमुख महिलाओं की टॉपर हैं. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके दंतेवाड़ा की रहने वाली नम्रता जैन को 12वीं रैंक मिली है.
कनिष्क कटारिया ने आईआईटी बांबे से बीटेक किया है. वो एससी कटेगरी में आते हैंं. उन्होंने इस परीक्षा में गणित विषय चुना था. यह उनका पसंदीदा विषय है. इस बार फाइनल रिजल्ट में 759 परीक्षार्थी परीक्षा पास करने में कामयाब हुए. इनमें जनरल कैटेगरी के 361, ओबीसी के 209, एससी के 128 और एसटी के 61 परीक्षार्थी शामिल हैं. इस बार शीर्ष 25 में 15 पुरुष परीक्षार्थी और 10 महिला परीक्षार्थी का नाम शामिल है.
Srushti Jayant Deshmukh: UPSC exam is a long journey where you are committed for 1-1.5 years. My parents, family, friends & teachers supported me, so the credit goes to them. I had decided that my first attempt is my last attempt & I was determined to clear it in one attempt. pic.twitter.com/AwgxbphTZh
— ANI (@ANI) April 5, 2019
कौन हैं कनिष्क कटारिया और सृष्टि देशमुख
आईआईटी बंबई से बीटेक की पढ़ाई करने वाले कनिष्क कटारिया ने सिविल सेवा परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया है. कटारिया अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में गणित लिया था. उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है. वहीं, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल से बीई (केमिकल इंजीनियरिंग) की पढ़ाई करने वाली सृष्टि देशमुख महिला अभ्यर्थियों में शीर्ष पर हैं.
Kanishak Kataria, AIR 1 in #UPSC final exam: It's a very surprising moment. I never expected to get the 1st rank. I thank my parents, sister & my girlfriend for the help & moral support. People will expect me to be a good administrator & that's exactly my intention. #Rajasthan pic.twitter.com/IBwhW8TJUs
— ANI (@ANI) April 5, 2019
मीडिया से बात करते हुए कनिष्क कटारिया ने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्यजनक क्षण है. मैंने पहली रैंक पाने की कभी उम्मीद नहीं की थी. मैं अपने माता-पिता, बहन और प्रेमिका को मदद और नैतिक समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं. लोग मुझसे एक अच्छे प्रशासक बनने की उम्मीद करेंगे और यही मेरा इरादा है.
वहीं, सृष्टि देशमुख ने कहा कि यूपीएससी परीक्षा एक लंबी यात्रा है जहां आप एक से देढ़ साल के लिए कमिटेड रहते हैं. मेरे माता-पिता, परिवार, दोस्तों और शिक्षकों ने मेरा समर्थन किया, इसलिए इसका श्रेय उन्हें जाता है. मैंने तय किया था कि मेरा पहला प्रयास मेरा आखिरी प्रयास है. मैंने पहले प्रयास में ही अपने बचपन के सपने को पा लिया.
ये हैं सिविल सेवा परीक्षा 2018 का रिजल्ट
बता दें, यह परीक्षा देश में में नौकरशाही के सर्वोच्च पदों के लिए आयोजित की जाती है. इस बार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) 180 पद, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए 30 पद, भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के लिए 150 पद, सेंट्रल सर्विस ग्रुप ए के लिए 384 पद, ग्रुप बी सर्विस के लिए 68 पदों के लिए UPSC ने वैकेंसी निकाली थी.