देश भर में वर्ष 2017 में साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं में उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा है. इस फेहरिस्त में कर्नाटक दूसरे नंबर पर है, जबकि तीसरे, चौथे और पांचवे स्थान पर एनडीए शासित राज्यों का नाम है. तीसरे पर राजस्थान, चौथे पर बिहार और पांचवें पर मध्य प्रदेश है. टॉप पांच में से तीन ऐसे राज्य हैं, जहां इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं यानी कर्नाटक, राजस्थान और मध्य प्रदेश.
मंगलवार को लोकसभा को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी. गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने एक सवाल के जवाब में साम्प्रदायिक घटनाओं के आंकड़े लोकसभा के साथ साझा किए. इस बाबत जी हरि और वेंकटेश टीजी की ओर से सवाल किया गया था. सबसे ज्यादा साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं वाले टॉप पांच राज्यों में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश शामिल हैं, जहां बीजेपी की सरकार है. वहीं, बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन सत्ता में हैं.
अगर देशभर की बात की जाए तो साल 2017 में पिछले साल 822 साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई, जिनमें 111 लोग मारे गए और 2,384 घायल हुए. वहीं, वर्ष 2016 में 703 साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं में 86 लोगों की मौत हुई थी और 2,321 लोग घायल हुए थे. साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मामले में उत्तर प्रदेश पिछले कुछ सालों से पहले नंबर पर बना हुआ है. साल 2017 में इस राज्य में साम्प्रदायिक हिंसा की 195 घटनाओं में 44 लोगों की मौत हुई. इनमें 542 लोग घायल भी हुए. उत्तर प्रदेश में हाल में 26 जनवरी को कासगंज में साम्प्रदायिक तनाव देखा गया था.
फेहरिस्त में दूसरे नंबर पर कांग्रेस शासित कर्नाटक राज्य है, जहां साल 2017 में साम्प्रदायिक हिंसा की 100 घटनाएं दर्ज की गईं. इनमें नौ लोगों की मौत हुई और 229 लोग घायल हुए. तीसरे नंबर पर राजस्थान है. यह राज्य हाल में फिल्म ‘पद्मावत’ के विरोध में करणी सेना के उतरने की वजह से सुर्खियों में रहा, जहां तक साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं की बात है, तो राजस्थान में साल 2017 में 91 मामले दर्ज हुए. इनमें 12 लोगों की मौत हुई और 175 घायल हुए.
साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं में बिहार देशभर में चौथे नंबर पर है. यहां साल 2017 में साम्प्रदायिक हिंसा की 85 घटनाएं हुईं. इनमें तीन लोगों की मौत हुई और 321 घायल हुए. फेहरिस्त में पांचवें नंबर पर मौजूद मध्य प्रदेश में साम्प्रदायिक हिंसा की 60 घटनाओं में नौ लोगों की मौत हुई. इन घटनाओं में 191 लोग घायल भी हुए. तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल में 58 साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं में नौ लोगों की मौत हुई और 230 घायल हुए. वहीं, बीजेपी शासित गुजरात में साम्प्रदायिक हिंसा की 50 घटनाओं में आठ लोगों की मौत हुई और 125 घायल हुए.