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महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अनोखी श्रद्धांजलि

पोरबंदर के भीड़भाड़ वाले चौपाटी बीच पर वह शांत खड़े हैं, उनका सुनहरे रंग का चश्मे का फ्रेम यथावत है और सुबह की धूप में चमक रहा है, उनके आसपास काफी कोलाहल है लेकिन वह खामोश, स्थिर खड़े हैं. यह हैं गुजरात के जयेश हिंगलाजिया जो महात्मा गांधी की 61वीं पुण्यतिथि पर उन्हें अलग तरीके से श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.

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पोरबंदर के भीड़भाड़ वाले चौपाटी बीच पर वह शांत खड़े हैं, उनका सुनहरे रंग का चश्मे का फ्रेम यथावत है और सुबह की धूप में चमक रहा है, उनके आसपास काफी कोलाहल है लेकिन वह खामोश, स्थिर खड़े हैं. यह हैं गुजरात के जयेश हिंगलाजिया जो महात्मा गांधी की 61वीं पुण्यतिथि पर उन्हें अलग तरीके से श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.

जयेश पिछले कई वर्षों से राष्ट्रपिता को इसी तरीके से श्रद्धांजलि दे रहे हैं. खुद को सिर से पैर तक सुनहरे रंग में रंग कर सार्वजनिक जगहों पर वह गांधी की प्रतिमा की भांति खड़े रहते हैं. जयेश ने कहा, ‘गांधी जी ने हमें सादे जीवन की सीख दी और उनके शांति एवं प्रेम का संदेश आज के समय में भी प्रासांगिक है. मैं एक कलाकार हूं जो पेंट और अपने शरीर का उपयोग कर उनके संदेश को जीवंत रखने का प्रयास करता हूं.‘ उनका पसंदीदा रंग सुनहरा है और इसी कारण जयेश बालू की प्रतिमा का रूप धारण किए हुए हैं.

महात्मा गांधी को उनके जन्मस्थान पर शहीद दिवस के अवसर पर अलग तरह से श्रद्धांजलि दी जा रही है. यहां देश भर के कलाकार उनकी 61वीं पुण्यतिथि पर उनकी जीवनी और उनके कार्यों को बालू की प्रतिमाओं एवं आकृतियों से जीवंत करेंगे.

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देश भर के डेढ़ सौ कलाकार इस शांत शहर में इकट्ठा हुए हैं जो महात्मा गांधी की जिंदगी के विविध पहलुओं का चित्रण बालू के माध्यम से करेंगे. महात्मा गांधी ने अपनी जिंदगी के रचानत्मक क्षण यहीं गुजारे थे. अपनी तरह के अनोखे इस कार्यक्रम के लिए कलाकारों ने काम शुरू कर दिया है. बालू से मूर्तियां बनाने वाले उड़ीसा के मशहूर कलाकार मनमोहन महापात्र कार्यक्रम की मुख्य आकृति तैयार कर रहे हैं.

महापात्र ने कहा, ‘मैं कीर्ति मंदिर के 40 फीट लंबे और 15 फीट चौड़े वृहद् बालू आकृति पर काम कर रहा हूं. जिन विद्यार्थियों को मैं छह जनवरी से प्रशिक्षित कर रहा हूं वह हमारे साथ इस पर काम कर रहे हैं. यह तीन सौ मीटर के इलाके में छोटी मूर्तियां तैयार कर रहे हैं.’ राष्ट्रपिता की याद में मौन धारण कर प्रार्थना करने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नीतिन गडकरी भी कलाकारों की कला को देखकर भावविभोर हो उठे.

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