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प्रवासी भारतीयों के लिए महात्मा गांधी प्रेरणा के स्रोत

मुम्बई पर आतंकी हमला, आतंकवाद के प्रसार और दुनिया मे बढ़ती असहिष्णुता के बीच प्रवासी भारतीयों के लिए महात्मा गांधी आज भी प्रेरणा के स्रोत हैं और प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में देश दुनिया से हिस्सा लेने आए लोगों ने एक स्वर से बापू के संदेश को विश्व के लिए पथ प्रदर्शक बताया है.

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मुम्बई पर आतंकी हमला, आतंकवाद के प्रसार और दुनिया मे बढ़ती असहिष्णुता के बीच प्रवासी भारतीयों के लिए महात्मा गांधी आज भी प्रेरणा के स्रोत हैं और प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में देश दुनिया से हिस्सा लेने आए लोगों ने एक स्वर से बापू के संदेश को विश्व के लिए पथ प्रदर्शक बताया है.

न्यूजीलैण्ड से आए प्रवासी भारतीय अल्विन एविन राम ने कहा ‘‘न्यूजीलैण्ड की आबादी लगभग 44 लाख है और वहां भारतीय समुदाय के लगभग तीन हजार लोग रहते हैं. पूंजीवाद और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्रांति के बीच न्यूजीलैण्ड में भारतीय समुदाय के लिए महत्मा गांधी का अहिंसा का पाठ मार्गदर्शक है.’’ उन्होंने कहा ‘‘मुम्बई पर आतंकी हमला और दुनिया में बढ़ती असहिष्णुता के मद्देनजर लोगों को बापू की शिक्षा से प्रेरणा लेने की जरूरत है.’’

महात्मा गांधी की शिक्षा का प्रचार प्रसार करने वाली संस्था ‘टाइमलेस महत्मा ट्रस्ट्र’ के संयोजक सखामित्रा अश्विनी ने कहा ‘‘हम दुनिया के 101 देशों में महत्मा गांधी के विश्व शांति के संदेश का प्रचार प्रसार करने का काम कर रहे हैं. बापू के सफर को आडियो की शक्ल देकर, शांति पर ‘इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक’ के अलावा भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य पर लाइव प्रस्तुति के माध्यम से हम इस उद्देश्य को आगे बढ़ा रहे हैं.’’

अश्विनी ने कहा ‘‘युवाओं और नयी पीढ़ी में महात्मा गांधी के संदेश का प्रचार प्रसार करने के लिए हम 11 से 13 जनवरी 2010 को राजघाट पर प्रदर्शनी का आयोजन कर रहे हैं. इसका उद्घाटन वित्त राज्यमंत्री नमो नारायण मीणा और यूनेस्को के भारत चैप्टर के निदेशक परशुरामन अरमुगम करेंगे.’’ सम्मेलन में हिस्सा लेने आई दक्षिण अफ्रीका की अप्रवासी भारतीय सहारा ने कहा ‘‘भारत की यह मेरी दूसरी यात्रा है. इससे पूर्व 10 वर्ष पहले मैं यहां छुट्टियां बिताने आई थी. तब के भारत और आज के भारत में आमूलचूल बदलाव आया है.’’

उन्होंने कहा ‘‘भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति दर्ज की है लेकिन इन वर्षों में भारत में हिंसा, असहिष्णुता में भी वृद्धि हुई है. दुनिया को विश्व शांति का संदेश देने वाला देश आतंकवाद का शिकार हो रहा है. भारत और दुनिया को आज एक और महात्मा गांधी की सख्त जरूर है.’’ फिजी के प्रवासी भारतीय दीपक नारायण शर्मा ने कहा ‘‘मुझे यहां आकर और देश की प्रगति को अपनी आंखों से देखकर काफी प्रसन्नता महसूस हो रही है लेकिन विकास और प्रगति की इस दौड़ में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि विश्व शांति, आध्यात्म और दर्शन के क्षेत्र में दुनिया हमारी ओर आशा भरी नजरों से देख रही है.’’ उन्होंने कहा ‘‘हमें महत्मा गांधी के शांति और अहिंसा के संदेश के जरिये दुनिया के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करना है.’’

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