उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शिरकत की. उन्होंने निवेशकों को राज्य में आने का न्योता दिया. उत्तराखंड की खूबियां गिनाते हुए रावत ने कहा कि इस राज्य को प्रकृति ने खूबसूरत बनाया है. उन्होंने कहा कि यह राज्य साल 2000 में अस्तित्व में आया. इसी दौरान झारखंड और छत्तीसगढ़ भी पैदा हुए. लेकिन इन दोनों राज्यों की तुलना में उत्तराखंड सबसे आगे है.
उन्होंने उत्तराखंड को संभावनाओं का प्रदेश बताते हुए कहा कि यहां राज्य की सालाना प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 98 हजार से ज्यादा है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री तेजी से विकसित हुई है. यहां पर्यटन तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. देश और विदेश से पर्यटक भारी तादाद में यहां आते हैं. कई लोग राज्य में योग और कई घूमने आते हैं. ऊर्जा के क्षेत्र में 25 हजार मेगावॉट बिजली उत्पादन होता है. 16 क्लाइमेटिक जोन में से सिर्फ रेगिस्तान और समुद्र छोड़ दें तो बाकी सारे क्लाइमेट साल भर रहते हैं.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहा, उत्तराखंड में 13 नेशनल पार्क और सेंचुरी हैं. टाइगर डेन्सिटी के मामले में राज्य नंबर 1 है. उत्तराखंड सरकार 13 नए जिलों और पर्यटन डेस्टिनेशन पर काम कर रही है. टैक्स में कटौती से उत्तराखंड में निवेश की उम्मीद बढ़ी है. पर्यटन के चलते होटल व्यवसाय तेजी से फल-फूल रहा है. क्राइम बहुत कम है. मानव संसाधन की कोई कम नहीं है. शिक्षण संस्थान भी अच्छी-खासी तादाद में हैं.
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में करीब 200 फिल्में शूट हुई हैं. रावत ने कहा, पिछले साल जब मैं कॉन्क्लेव में आया था तो मैं फिल्म जगत के लोगों से मिला था. मैंने उनसे कहा था कि विदेश जाने की बजाय आप लोग उत्तराखंड में शूटिंग करें. इसके बाद उत्तराखंड को फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवॉर्ड भी मिला. उन्होंने कहा कि जड़ी-बूटी के मामले में भी उत्तराखंड का कोई सानी नहीं. संजीवनी बूटी वाला द्रोणागिरी पर्वत भी हमारे यहां है. दवाई के प्लांट हमारे यहां बहुत हैं. 12 हजार किस्म की जैव विविधताओं में से 7 हजार उत्तराखंड में पाई जाती हैं.