अपनी मेगा बजट फिल्म 'विश्वरूपम' पर प्रतिबंध से आहत अभिनेता कमल हासन ने कहा है कि वे नाखुश हैं. देश छोड़ देने की धमकी पर उन्होंने कहा कि गुस्से में ऐसी बात कह दी थी. हासन ने कहा कि इस मुद्दे पर वे अकेले नहीं हैं और आज जो भी हैं वह अपने प्रशंसकों के दम पर हैं.
मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा 'विश्वरूपम' पर दोबारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद फिल्म प्रदर्शन के लिए देश में धर्मनिरपेक्ष राज्य की तलाश करने और इसके अभाव में दिवंगत चित्रकार एम.एफ. हुसैन की तरह देश छोड़ देने का बयान देने के ठीक एक दिन बाद दक्षिण भारतीय सिनेमा के स्टार कमल हासन ने इस मुद्दे पर समर्थन देने वालों का शुक्रिया अदा किया.
एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि विश्वरूपम से किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचती. उन्होंने कहा कि विरोध का कारण धर्म नहीं है, क्योंकि मुस्लिम संगठनों ने भी उनकी इस फिल्म का समर्थन किया है. विवाद को अकारण करार दते हुए अभिनेता ने कहा, 'विवादों से किसी का फायदा नहीं होने वाला.' इस मुद्दे पर समर्थन देने वालों का शुक्रिया अदा करते हुए कमल ने कहा, 'इस मुद्दे पर मैं अकेला नहीं हूं. बहुत से लोगों ने साथ दिया है. समर्थन देने वाले का मैं शुक्रिया अदा करता हूं.'
गौरलतब है कि 95 करोड़ रुपए की लागत से बनी 'विश्वरूपम' को तमिलनाडु में सरकार ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी, जिससे फिल्म रिलीज नहीं हो पाई. सरकार ने कुछ मुस्लिम संगठनों की आपत्ति के कारण यह कदम उठाया है. मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि इसमें समुदाय को गलत नजरिए से पेश किया गया है.