26 जनवरी को भारत अपना गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. जाहिर सी बात है मौका बेपनाह खुशी का है लेकिन दिल्ली पर मंडरा रहा है एक बड़ा खतरा. जी हां, खबरों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को ये जानकारी मिली है कि आईएसआई की शह पर कुछ आतंकवादी दिल्ली में तबाही मचाने के लिए भारत में दाखिल हो चुके हैं.
इस बार उन्होंने रास्ता चुना है बांग्लादेश के जरिए. ऐसी खबर आ रही है कि जिस समय देश गणतंत्र दिवस की परेड देख रहा होगा, उसी दौरान या फिर 26 जनवरी के आस-पास दिल्ली पर आतंकवादी हमले की आशंका है. खबरों के मुताबिक देश की खुफिया एजेंसियों को खबर मिली है कि 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के आस-पास दिल्ली पर एक बड़ा आतंकी हमलाहो सकता है. सूत्रों की मानें तो आतंकवादियों के निशाने पर दिल्ली का दिल यानी केंद्रीय दिल्ली का इलाका है. इस इलाके में वो तमाम दफ्तर हैं जहां देश के नेता और सर्वोच्च ऑफिसर अपना कामकाज संभालते हैं. साउथ ब्लॉक, नॉर्थ ब्लॉक और सेंट्रल सेक्रेटेरियट पर खतरा सबसे ज्यादा है. साउथ ब्लॉक में प्रधान मंत्री का ऑफिस है, नॉर्थ ब्लॉक में गृह मंत्रालय का ऑफिस है जबकि सेंट्रल सेक्रेटेरियट में कई केंद्रीय विभागों के दफ्तर हैं.
26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से आए 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मुंबई में कोहराम मचा दिया था. सूत्रों के मुताबिक उस घटना के ठीक दो महीने बाद दिल्ली में भी मुंबई का 26/11 जैसा वाक्या दोहराने की कोशिश कर रही है पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई. इस बार भी मकसद वही तबाही का लेकिन बर्बादी के बारूद को दिल्ली तक पहुंचाने का रास्ता इस बार आईएसआई ने बदल दिया है. खबरों के मुताबिक आईएसआई ने 7-8 प्रशिक्षित आतंकवादियों को बांग्लादेश के रास्ते दिल्ली की ओर भेजा है.
आदेश वही 26 जनवरी के मौके पर दिल्ली में अशांति फैलाना. खुफिया एजेंसियों को ये अहम जानकारी मिली है आतंकवादियों और आईएसआई के बीच फोन पर हुई बातचीत को इंटरसेप्ट करने के बाद. खबर बेहद हैरान करने वाली है लेकिन आतंकवादियों के किसी भी हमले, किसी भी गुस्ताखी और किसी भी नापाक मंसूबे को नेस्तानाबूद करने के लिए देश की सबसे स्मार्ट दिल्ली पुलिस भी मुस्तैद है. साथ ही खुफिया एजेंसियां भी पूरी तरह अलर्ट हैं.
खुफिया एजेंसियों को मिली अहम जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने दिल्ली को तबाह करने का अपना एक अलग मॉड्यूल तैयार किया है. वो नया मॉड्यूल है बांग्लादेश के रास्ते तबाही के सामान को दिल्ली तक पहुंचाना. आईएसआई और आतंकियों की फोन पर हुई बातचीत के आधार साफ हो गया कि कैसे प्रशिक्षित आतंकवादी बांग्लादेश के रास्ते भारत में दाखिल हो चुके हैं. आतंक के कारोबारियों की बातचीत के खुलासे के बाद माना जा रहा है कि इनकी तादाद 7 से 8 के बीच है. हैरत और सकते में डालने वाली खबर ये है कि इनमें से कई आतंकवादी फिदाईन भी हो सकते हैं.
बांग्लादेश पहले से ही हूजी के आतंकवादियों का गढ़ रहा है जिन्होंने पिछले कई सालों में भारत के कई शहरों में अपने खतरनाक मंसूबों को अंजाम दिया है. लेकिन अब हूजी के साथ-साथ लश्कर और जैश के आतंकवादी भी बांग्लादेश के रास्ते भारत में दाखिल हो रहे हैं. खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान में छुपे जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने मुंबई हमलों की तर्ज पर एक और बड़ा हमला करने के लिए अपने तीन बड़े आतंकवादी हिंदुस्तान भेजे थे. रिपोर्ट के मुताबिक तीनों आतंकवादी फर्जी पासपोर्ट पर कराची से उड़ान भरकर ढाका उतरे.
ढाका में पहले से मौजूद आईएसआई अधिकारियों ने इन्हें बांग्लादेश की सरहद पार करवाई और पश्चिम बंगाल में माल्दा तक पहुंचा दिया. इसके बाद वो कोलकाता में ट्रेन पकड़कर जम्मू रवाना हो गए लेकिन वहां पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. खुफिया सूत्रों को मिली जानकारी के मुताबिक एक बार फिर से बांग्लदेश का इस्तेमाल किया जा रहा है आईएसआई के प्रशिक्षित आतंकवादियों को दिल्ली में हमला करने के लिए भेजने के लिए. जाहिर सी बात है कि दिल्ली में भी मुंबई के 26/11 के हादसे को दोहराने की फिराक में हैं आईएसआई लेकिन इसकी भनक भारत के खुफिया एजेंसियों को लग चुकी है. मुस्तैद दिल्ली पुलिस किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए तैयार है.