भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को अलग तेलंगाना राज्य गठन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बयान देने की मांग की, क्योंकि प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं, जिससे आंध्र प्रदेश के क्षेत्र विशेष में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. इस बीच कांग्रेस ने नई दिल्ली में कहा कि इस मुद्दे पर फैसला उपयुक्त समय पर लिया जाएगा.
नागपुर में संवाददाताओं से बातचीत में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी तेलंगाना राज्य गठन के पक्ष में है. उन्होंने इसमें विलम्ब के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने तेलंगाना के गठन का आश्वासन दिया था. बीजेपी कहती रही है कि अलग तेलंगाना राज्य बनना चाहिए और इस मुद्दे को संसद के अंदर और बाहर उठाती रही है लेकिन सरकार फैसला लेने में विलम्ब करती रही है.
उन्होंने कहा कि अब वह कह रही है कि उसे थोड़ा और वक्त चाहिए. हम और तेलंगाना के लोग जानना चाहते हैं कि राज्य गठन के लिए कितने समय की जरूरत है. इस पर प्रधानमंत्री को बयान देना चाहिए.
दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि यह बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है. इससे आंध्र प्रदेश के लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं. पार्टी प्रभारी गुलाम नबी आजाद इस बारे में पहले ही बयान दे चुके हैं. फैसला सही वक्त पर लिया जाएगा.
गौरतलब है कि अलग तेलंगाना राज्य गठन की मांग लंबे अरसे से की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पिछले महीने सर्वदलीय बैठक में फैसले की तिथि 28 जनवरी तय की थी. शिंदे ने हालांकि रविवार को जारी एक बयान में कहा था कि तेलंगाना के गठन पर चल रही 'परामर्श प्रक्रिया' में थोड़ा और वक्त लगेगा.
उधर, हैदराबाद स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय में पुलिस ने छात्रों को रैली निकालने पर रोक लगा दी जिससे सोमवार को लगातार दूसरे दिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
छात्रों ने 'जय तेलंगाना' के नारे लगात हुए विधानसभा भवन के निकट गुन पार्क की ओर बढ़ने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें लौटा दिया और विश्वविद्यालय परिसर के सभी दरवाजे बंद कर दिए.