तमिलनाडु में राजनीतिक संकट के बीच एक बड़ी खबर आ रही है. साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत राजनीति की दुनिया में कदम रख सकते हैं. सूत्रों की मानें तो रजनीकांत खुद की राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं, जिसमें उन्हें बीजेपी का साथ मिल सकता है, जो दक्षिण भारत के इस राज्य में अपनी पहुंच बनाने की कोशिश कर रही है.
RSS के विचारक गुरुमूर्ति की पहल
खबरों के मुताबिक 66 साल के रजनीकांत को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति नई पार्टी बनाने के लिए प्रेरत कर रहे हैं. जानकारों का मानना है कि तमिलनाडु में मौजूदा राजनीतिक स्थिति से रजनीकांत काफी नाखुश हैं, और यही वजह है कि उनके राजनीति में आने को लेकर कयास तेज हो गए हैं.
रजनीकांत मोड़ सकते हैं राजनीति की हवा
सूत्रों के मुताबिक संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति बीजेपी और रजनीकांत को एक मंच पर लाने के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं. गुरुमूर्ति के मुताबिक तमिलनाडु में रजनीकांत को हर उम्र के लोग चाहते हैं और मौजूदा वक्त में जिस दौर से राज्य की राजनीति गुजर रही है, ऐसे में रजनीकांत को राजनीति में आने से वो बड़ी ताकत बनकर उभरेंगे.
बीजेपी की नजर तमिलनाडु पर
गौरतलब है कि बीजेपी की तमिलनाडु में पैठ न के बरारबर है. ऐसे में वो राज्य में अपनी जगह बनाने के लिए रजनीकांत को राजनीति से जुड़ने के लिए मनाने में लगी हुई है. पार्टी सूत्रों की मानें तो जयललिता के निधन के बाद बीजेपी की इस कोशिश में तेजी आ गई है. हालांकि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद भी रजनीकांत ने राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल होने से परहेज किया था.
रजनीकांत को अमिताभ की राजनीति में नोएंटी की सलाह
बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन अपने राजनीतिक अनुभव के आधार पर रजनीकांत को सक्रिय राजनीति में ना जाने की सलाह दी है. अमिताभ 80 के दशक में कांग्रेस के टिकट पर इलाहाबाद से लोकसभा सांसद चुने गए थे. अमिताभ और रजनीकांत ने कई फिल्मों में साथ-साथ काम किए हैं, जिसमें हम, गिरफ्तार और अंधा कानून है.