देश के कई राज्यों में सोमवार से हजारों बच्चों को एक साथ सूर्य नमस्कार करते हुए देखा जा सकेगा. इस सूर्य नमस्कार में स्कूली बच्चे हिस्सा लेगें तो कई सामाजिक और आध्यात्मिक संगठनों से जुड़े लोग भी हजारों की संख्या में एक साथ सूर्य को सर्वश्रेष्ठ योगासन के जरिए नमस्कार करते हुए दिखाई देंगे.
पूरे हिन्दुस्तान में ये विशेष आयोजन स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के मौके पर हो रहा है. स्वामी विवेकानंद ने योग औऱ ध्यान सात संमंदर पार पश्चिमी मुल्कों तक भी पहुंचाया था.
सूर्य नमस्कार पर विवाद
उधर बिहार में सामूहिक सूर्य नमस्कार के आय़ोजन पर विवाद खड़ा हो गया है. कुछ मुस्लिम संगठनों के एतराज के बाद राज्य सरकार ने अपने पुराने फैसले को पलट दिया है.
राज्य सरकार का कहना है कि सूर्य नमस्कार में वही छात्र छात्रा हिस्सा लें जिनकी इच्छा हो. इससे पहले 9 फरवरी को जारी किए गए आदेश में बिहार के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को सूर्य नमस्कार करने की इजाजत दी थी.