राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने कहा है कि राहुल गांधी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के चलते उनकी पार्टी का कांग्रेस से गठबंधन टूटा. यूपीए सरकार में कृषि मंत्री रहे मराठा छत्रप ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने एनसीपी को लगातार दरकिनार किया, जिसके चलते उन्हें 15 साल का साथ छोड़ना पड़ा.
इस पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि गठबंधन उनके या राहुल की वजह से नहीं टूटा. शरद पवार के ताजा बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'न हमारी, न राहुल की, न कांग्रेस की वजह से (गठबंधन टूटा).'
इससे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा था कि हम पिछले कुछ समय से देख रहे थे कि राहुल गांधी और उनकी टीम के लोग हमारी लगातार उपेक्षा कर रहे हैं. वह हमारी पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने ऐसा किया, जबकि हम भी कांग्रेस के मूलभूत सिद्धांतों का पालन करते हुए राजनीति कर रहे थे. ऐसे में यह दिन तो आना ही था कि हम अलग हो जाएं.
'99 की हार का बदला ले रहे चव्हाण'
एनसीपी मुखिया ने चव्हाण को भी लपेटे में लिया. वह बोले कि पृथ्वीराज जानबूझकर एनसीपी के बारे में अफवाहें फैलवा रहे थे. इससे हमारी साख को धक्का पहुंच रहा था. पवार ने कहा कि हमें पिछले कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों मसलन, विलासराव देशमुख, सुशील कुमार शिंदे या फिर अशोक चव्हाण के साथ इस तरह की समस्या नहीं आई.
पवार ने कहा कि पृथ्वीराज चव्हाण 1999 के लोकसभा चुनावों में एनसीपी के कैंडिडेट से हार गए थे. वह वह उसी का बदला निकाल रहे हैं. पवार बोले कि कांग्रेस को गठबंधन के सहयोगियों के प्रति इस रवैये के चलते ही राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ रही है.
'अजित के सीएम बनने में बुराई क्या'
पवार से पूछा गया कि क्या एनसीपी पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे उनके भतीजे अजित पवार को बतौर सीएम कैंडिडेट प्रोजेक्ट करेगी. इस पर उन्होंने कहा कि एनसीपी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी. साथ में उन्होंने जोड़ा कि अजित पवार की मुख्यमंत्री बनने की महात्वाकांक्षा में कोई बुराई नहीं.
'महाराष्ट्र में नहीं मोदी लहर'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को चुनावी फैक्टर मानने से इनकार करते हुए पवार बोले कि प्रदेश में मोदी लहर मर रही है. उन्होंने अपनी बात के समर्थन में हालिया उपचुनाव के नतीजों का हवाला दिया.