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सीधी बात: महागठबंधन के चेहरे पर बोले तेजस्वी- अब राहुल गांधी से घबराती है BJP

जब बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से महागठबंधन के चेहरे के तौर पर राहुल गांधी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि गठबंधन का चेहरा कोई भी हो सकता है. साथ ही उन्‍होंने अपनी दावेदारी पर कहा कि, 'मैं गठबंधन का चेहरा नहीं हूं. अभी बहुत काम करना है.'

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सीधी बात कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव
सीधी बात कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को आजतक के फ्लैगशिप शो 'सीधी बात' में शिरकत की और मशहूर एंकर श्वेता सिंह के सवालों के बेबाक अंदाज में जवाब दिए.

इस दौरान उन्होंने अपने भाई तेज प्रताप यादव के साथ मनमुटाव और बिहार से लेकर केंद्र की राजनीति तक पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने खुद के महागठबंधन का चेहरा होने की बात सिरे से खारिज कर दी.

जब महागठबंधन के चेहरे के तौर पर राहुल गांधी के बारे में पूछा गया, तो राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन का चेहरा कोई भी हो सकता है. साथ ही उन्‍होंने अपनी दावेदारी पर कहा कि, 'मैं गठबंधन का चेहरा नहीं हूं. अभी बहुत काम करना है.'

बीजेपी पर निशाना साधते हुए तेजस्‍वी यादव ने कहा, 'पहले राहुल गांधी पर लोग शक करते थे, लेकिन आज उनसे घबराए रहते हैं. वो कहीं जाते हैं, तो ताबड़तोड़ रैलियां करनी पड़ती है. जब वो अटल बिहारी वाजपेयी को देखने अस्पताल पहुंचे, तो बीजेपी नेताओं में भगदड़ मच गई.'

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विपक्षी एकजुटता के सवाल पर उन्होंने कहा कि देश और संविधान को बचाने के लिए विपक्ष को गोलबंद होना होगा. हम गांधी और अंबेडकर का देश चाहते हैं. बीजेपी के लोग घबराए हुए हैं. एनडीए में फूट पड़ चुकी है. अगर कल को अविश्‍वास प्रस्‍ताव आ जाए, तो शिवसेना भी बीजेपी का साथ नहीं देगी.'

देश बचाने को एकजुट हो रहीं पार्टियां

तेजस्‍वी यादव ने आगे कहा, 'आरएसएस नागपुरिया कानून को लागू करवाना चाहती है. यह उसके एजेंडे में है. इसीलिए देश और संविधान बचाने के लिए सारी पार्टिंयां एक हो रही हैं. आरएसएस हिंदू राष्‍ट्र की बात करता है, लेकिन हमारे देश की संस्‍कृति क्‍या है, वो सभी जानते हैं. यहां हम सब मिलकर रहते हैं.'

भाइयों के मतभेद को दिया गया तूल

तेज प्रताप से मनमुटाव पर तेजस्‍वी ने कहा, 'भाइयों में मतभेद के लिए ट्वीट मामले को तूल दिया गया. तरह-तरह के लोग हैं, जो चाहते हैं कि डिफ्रेंस क्रिएट किया जाए. ये तो अच्‍छा है कि वो (तेजप्रताप) चाहते हैं कि ऐसे लोग कामयाब न हों. पार्टी से ऐसे लोगों को बाहर किया जाएगा.'

दरअसल, हाल ही में बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच मनमुटाव देखा गया था. भाई तेजस्वी से मतभेद पर तेज प्रताप ने खुद सार्वजनिक तौर पर बगावत करते हुए कहा था कि अब पार्टी में उनकी कोई नहीं  सुनता है. लिहाजा वो अपने भाई तेजस्वी को गद्दी सौंपकर खुद द्वारका चले जाएंगे. हालांकि मीडिया में आने के बाद यह मामला ठंडा हो गया था.

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नीतीश का कॅरियर ढलान पर

तेजस्‍वी ने नीतीश कुमार से गठबंधन पर कहा, 'वो हमारे साथ बारगेनिंग कर रहे हैं. आज नीतीश कुमार को लोग पलटू कहते हैं. हम नहीं चाहते कि हमें भी लोग ये कहें. हम किस बात से उनसे हाथ मिलाएंगे? उनका कॅरियर अब ढलान पर है.'

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