साबरमती जेल का तिलक कुटीर. गुजरात के पूर्व गृह राज्यमंत्री अमित शाह का नया पता यही है. सीबीआई के शिकंजे में फंसे अमित शाह को रविवार को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. अब वो सलाखों के पीछे हैं, तो दूसरी ओर सीबीआई सवालों से घिरी है.
सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में जिस अमित शाह को सीबीआई शिद्दत से तलाश रही थी, वो रविवार को सामने आए, तो सीबीआई ने उनको रिमांड पर लेना भी ज़रूरी नहीं समझा. सीबीआई ने गुजरात के पूर्व गृह राज्यमंत्री को कोर्ट में पेश करके अपना काम पूरा कर लिया और सीबीआई कोर्ट ने शाह को भेज दिया 14 दिन की न्यायिक हिरासत में.
फिलहाल अमित शाह साबरमती जेल के तिलक कुटीर में रखे गए हैं, जहां आज़ादी के आंदोलन में बाल गंगाधर तिलक बंद थे. जेल का तिलक कुटीर बड़ा-सा हॉल है, जिसकी छत खपरैल की बनी हुई है. अमित शाह के जेल जाने के आसार पहले से थे, शायद इसीलिए जेल अधिकारियों ने तिलक कुटीर के बाथरूम और टॉयलेट को चकाचक करा लिया था. अमित शाह को जेल में घर का बना खाना भी मुहैया करवाया जा रहा है.{mospagebreak}सीबीआई ने अमित शाह के खिलाफ़ 2000 पन्नों की चार्जशीट उनके सरेंडर करने से पहले ही दाखिल कर दी थी. अब इस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर सीबीआई ने शाह को समन भेजने के फौरन बाद चार्जशीट कैसे तैयार कर ली.
अदालत में चार्जशीट दाखिल करने से पहले सीबीआई ने अमित शाह के पकड़े जाने का इंतज़ार क्यों नहीं किया? फिलहाल सीबीआई इन सवालों का जवाब देने की बजाय सुप्रीम कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी में जुटी है.