यौन प्रताड़ना का आरोप झेल रहे टेरी के कार्यकारी उपाध्यक्ष आरके पचौरी के खिलाफ अदालत में दाखिल आरोप पत्र से एक नया खुलासा हुआ है. बताया जाता है कि उन्होंने आरोप लगाने वाली महिला सहयोगी तक अपनी भावनाएं पहुंचाने के लिए एक नहीं बल्कि छह कविताएं लिखी थीं.
जानकार सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने आरोप पत्र में लिखा है कि पचौरी ने अपनी उस सहयोगी को 'ठंडी' और जवाब नहीं देने वाली कहा है. यही नहीं, पचौरी ने उसके साथ यौन परक बातें कीं, जिसके कई टेलीफान कॉल, ईमेल और व्हाट्सअप मैसेज के रूप में सबूत हैं.
आरोप पत्र को 23 अप्रैल को सुनवाई
बीते एक मार्च को दक्षिण दिल्ली के साकेत कोर्ट में दंडाधिकारी के समक्ष यह आरोप पत्र दाखिल किया गया और 23 अप्रैल को इस मामले की सुनवाई का दिन रखा गया है. आरोप पत्र में कहा गया है कि पचौरी ने पीड़िता को 'क्लासिक भारतीय सौंदर्य की प्रतिमूर्ति' बताते हुए कई संदेशों में छह कविताएं लिखकर भेजी थीं, लेकिन पीड़िता ने हर बार उन्हें अपनी भावनाओं को काबू में रखने को कहा और लिखा कि वह ऐसे संदेश ना भेजें.
'एकतरफा प्यार में मेरी बांहें खाली हैं'
आरोप पत्र के मुताबिक पचौरी ने एक ईमेल में लिखा, 'अभी भी इस गरीब आदमी के दिल में उसके लिए प्यार लगातार बढ़ रहा है, लेकिन वह मुझे प्यार नहीं करती. मैं एक ऐसा जहाज हूं जिसे वह छोड़ देती है. वह बेहद ठंडी है. एकतरफा प्यार में मेरी बांहें खाली रह जाती हैं.'
हालांकि, पीड़िता ने हमेशा इन संदेशों को नजरअंदाज करने या उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन पचौरी लगातार उसे संदेश भेजते रहे. पीड़िता ने अपने बयान में दंडाधिकारी के सामने कहा कि उसने पचौरी से बार-बार बोला कि उसके मन में उनके लिए ऐसी भावनाएं नहीं हैं, लेकिन पचौरी बार-बार उसे कविताएं भेजते रहे और अपनी इस भावना को वह प्यार का नाम देते थे.
'मैंने तुम्हारे जिस्म को श्रद्धा से पवित्र माना'
एक अन्य ईमेल में पचौरी ने लिखा है, 'तुम हमेशा मेरा दिल तोड़ देती हो. तुम मुझे कभी अपना शरीर छूने नहीं देती हो, जबकि मैंने हमेशा तुम्हारे जिस्म को श्रद्धा के साथ पवित्र माना है.'
पचौरी ने आगे लिखा, 'हालांकि तुम मुझसे शारीरिक संबंध बनाकर इसका फायदा उठा सकती हो, लेकिन मैं तुम्हारे जिस्म की पूजा करता हूं. मैं एक कामुकतापूर्ण व्यक्ति नहीं हूं और जब मैं तुमसे इतना गहरा प्यार करता हूं (तुम्हारे ठंडेपन के बावजूद) तो मुझे किसी और के साथ संबंध बनाने की क्या जरूरत है?'
पचौरी ने लिखा- डियरेस्ट मेरी जान
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने अपने आरोप पत्र में लिखा है कि पीड़िता की मर्जी के खिलाफ पचौरी ने उसे गले लगाया, किस किया और उसके हाथों को थामा. एक अन्य संदेश में पचौरी ने इस घटना का जिक्र करते हुए ऐसी बातें लिखी हैं, जिसकी भाषा यहां प्रकाशित करने योग्य नहीं है. कुछ संदेशों में पचौरी ने पीड़िता को 'डियरेस्ट मेरी जान' से संबोधित किया है.
युवती ने लिखा- मर्यादा को समझें
दूसरी ओर, पीड़िता ने 12 दिसंबर 2013 को पचौरी को भेजे जबावी संदेश में लिखा है, 'मैं कोई बेवकूफ नहीं हूं जो इस धरती पर हाल ही आई हो. मुझे अच्छी तरह पता है कि प्यार क्या है. अगर मैं अपनी भावनाएं जाहिर नहीं करती तो इसका मतलब यह नहीं है कि मैं भावनाशून्य हूं. इसलिए मुझे दोषी महसूस कराने की बजाय आप इस बात को समझें कि दो लोग जो प्रेमी जोड़े नहीं हों, उनके बीच स्वस्थ संबंध क्या होता है.'
आरोप पत्र में महिला के नाम का उल्लेख
पुलिस ने अभियोजन पक्ष के 23 गवाहों का हवाला दिया है. साथ ही ईमेल और एसएमएस की भी विस्तृत जानकारी पेश की है. हालांकि महिला के नाम को गोपनीय रखने की जरूरत थी, लेकिन आरोप पत्र में पुलिस ने कई बार महिला के नाम का उल्लेख किया है. यहां तक कि पचौरी द्वारा भेजे गए संदेशों संबंधी दस्तावेजों में भी कई जगह उसके नाम का उल्लेख है.
नवंबर 2015 में दर्ज हुआ मामला
गौरतलब है कि टेरी के तत्कालीन निदेशक पचौरी के खिलाफ नवंबर 2015 में पीड़िता ने मामला दर्ज करवाया था. उसके बाद इस वर्ष 8 फरवरी को टेरी ने पचौरी को कार्यकारी उपाध्यक्ष के पद पर पदोन्नित दे दी. लेकिन इसकी चारों ओर आलोचना होने के बाद संस्थान ने उन्हें अनिश्चितकालीन छुट्टी पर भेज दिया है.