कर्नाटक के चेलुवंबा अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए आई रेप पीड़ित को नग्न अवस्था में बेड पर 3 घंटे तक इंतजार करना
पड़ा.
मानसिक रूप से कमजोर 23 साल की पीड़िता और उसके परिवार को सरकारी अस्पताल में इस अपमान का घूंट पीना
पड़ा. कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष मंजुला मानसा ने सोमवार को मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
परिजनों के मुताबिक पीड़िता को बेड पर नग्न अवस्था में तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा. अस्पताल के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि रेप पीड़ित लोगों की जांच के लिए हमारे पास अलग से सुविधा नहीं है. इनकी जांच भी लेबर वार्ड में होती है.'