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रामदेव साधु नहीं, व्यापारी हैं: दिग्विजय

अपनी बयानबाजी को लेकर विवादों को न्यौतने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर बर्र के छत्ते में हाथ दे दिया है. इस बार उनका निशाना कोई और नहीं बल्कि बाबा रामदेव हैं जिनको उन्होंने ‘साधु नहीं व्यापारी ’ करार दिया है.

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दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह

अपनी बयानबाजी को लेकर विवादों को न्यौतने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर बर्र के छत्ते में हाथ दे दिया है. इस बार उनका निशाना कोई और नहीं बल्कि बाबा रामदेव हैं जिनको उन्होंने ‘साधु नहीं व्यापारी ’ करार दिया है.

दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘बाबा रामदेव कोई साधु नहीं हैं बल्कि वे एक ऐसे व्यापारी हैं जो ठग भी हैं.’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि बाबा रामदेव के बारे में उनका यह कथन जरा भी गलत नहीं है क्योंकि बाबा बहुत सारे व्यवसाय चलाते हैं और जो लोग उनसे योग सीखने के लिये आते हैं, उनसे वे पैसे लेते है.

उन्होने कहा कि अपने पूरे जीवन में उन्होंने ऐसा कोई भी साधु या संत नहीं देखा जो कि बाबा रामदेव की तरह काम करता हो. लेकिन इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले गांधीवादी नेता अन्ना हजारे का वह बेहद सम्मान करते हैं. परंतु सिंह ने साथ ही कहा कि यही बात अन्ना टीम के अन्य सहयोगियों के बारे में नहीं कही जा सकती क्योंकि उन पर तरह तरह के बहुत सारे आरोप लगे हैं.

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दिग्विजय ने कहा कि इस मामले में किरण बेदी और अरविन्द केजरीवाल जैसे लोगों का नाम लेना बहुत जरुरी था क्योंकि इन लागों ने क्या क्या किया है, इसके बारे में सब को पता है. कांग्रेस महासचिव ने इस बात से इनकार किया कि वह हमेशा विवादों को जन्म देते रहते हैं. उन्होंने कहा कि ना तो वह विवादों को न्यौता देते हैं और ना ही उन्हें विवादों में घिरना अच्छा लगता है.

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अपने इतने लंबे राजनैतिक जीवन में उन्होंने आज तक कभी भी, कोई भी भ्रमक, झूठा या अन्यायपूर्ण बयान नहीं दिया है लेकिन इसके बावजूद वह अक्सर अपने आप को विवादों के घेरों में पाते हैं.

दिग्विजय ने कहा कि पहली बार उनके बयान पर विवाद तब पैदा हुआ था जब उन्होंने कहा था कि 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले में शहीद होने वाले पुलिस अफसर हेमंत करकरे ने मरने से कुछ देर पहले उनसे फोन पर बात की थी. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उनके इस बयान को लेकर बहुत सारी प्रतिकियाएं आई और कुछ लोगों ने यह सवाल भी उठाया कि करकरे को उनसे बात करने की जरुरत क्या थी.

सिंह कहा कि लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने अपनी फोन काल्स के रिकार्ड पेश किये और उनसे यह बात सिद्ध हो गई कि उन्होंने गलत नहीं कहा था. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कई लोगों को उनके द्वारा भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठनों के खिलाफ दिये गये बयानों से भी बहुत सारी परेशानी है. उन्होंने कहा कि जहां तक भाजपा और आरएसएस का सवाल है, उनके बारे में उन्होंने आज तक कोई गलत बयानी नहीं की है.

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