रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पेरिस पहुंच गए हैं. विजयादशमी पर फ्रांस की राजधानी पेरिस में भारतीय परंपरा के अनुसार राजनाथ सिंह शस्त्र पूजा भी करेंगे. विधिवत शस्त्र पूजा के बाद रक्षामंत्री फ्रांस की कंपनी दसॉ से खरीदे गए लड़ाकू विमान राफेल का अधिग्रहण करेंगे और विमान में उड़ान भी भरेंगे. राफेल उन्नत प्रौद्योगिकी से लैस लड़ाकू विमान है. दसॉ के साथ हुए सौदे की पहली खेप में भारत विजयादशमी के मौके पर 4 राफेल विमान हासिल करेगा.
पेरिस पहुंचने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट भी किया है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, फ्रांस पहुंचकर मैं खुश हूं. यह महान देश भारत का अहम साझेदार है. हमारा यह खास रिश्ता औपचारिक संबंधों से भी ज्यादा गहरा और लंबा है. फ्रांस की मेरी यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच के वर्तमान सामरिक साझेदारी का विस्तार करना है.
Bonjour Paris!
Delighted to be in France. This great nation is India’s important strategic partner and our special relationship goes far beyond the realm of formal ties.
My visit to France is aimed at expanding the existing strategic partnership between both the countries.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 7, 2019
भारत में शस्त्र पूजा की परंपरा काफी अरसे से होती आई है. महाराणा प्रताप की इस धरती पर राजपूत राजा दुश्मनों को रणभूमि में छक्के छुड़ाने से पहले अस्त्र-शस्त्र की पूजा करते रहे हैं. इसी परंपरा का पालन करते हुए भारतीय सेना में भी विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजा की जाती है.
इसलिए आज मिलेगा राफेल
शायद इसी परंपरा को निभाने के लिए राफेल विमान का अधिग्रहण विजया दशमी के दिन हो रहा है. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी मनाई जाती. इसी दिन भगवान राम ने लंका के राजा रावण पर विजय प्राप्त की थी. इसलिए विजया दशमी को आसुरी शक्तियों पर देवता की विजय के रूप में मनाया जाता है.
शस्त्र पूजा के साथ लड़ाकू राफेल के अधिग्रहण के पीछे शायद यही धारणा होगी कि यह विमान भारत की ओर आंख उठाने वाली हर ताकत को नेस्तनाबूद करने में देश के सैन्य बल के लिए अहम साबित होगा.
बढ़ेगी भारत की सैन्य ताकत
बताया जाता है कि भारतीय वायुसेना के बेड़े में इस लड़ाकू विमान के शामिल होने पर देश की सामरिक ताकत बढ़ेगी और दक्षिण एशिया में जहां पाकिस्तान का हमेशा शत्रुता का बर्ताव रहा है वह आंख उठाकर देखने की हिमाकत नहीं करेगा.
रक्षा विशेषज्ञों की माने तो राफेल की क्षमता के समान पाकिस्तान के पास अब तक कोई विमान नहीं है. रिटायर एयर मार्शल एम. मथेश्वरण ने कहा कि पाकिस्तान के पास मल्टी रोल विमान एफ-16 है. लेकिन वह वैसा ही है जैसा भारत का मिराज-2000 है. पाकिस्तान के पास राफेल जैसा कोई विमान नहीं है.
(IANS इनपुट के साथ)