भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर तनाव को कम करने की कोशिशें जारी हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से बात की, जिसके बाद चीनी सेना ने LAC से पीछे हटना शुरू किया. लेकिन अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर के जरिए सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं, जिनमें भारत और चीनी विदेश मंत्रालय के अलग बयानों को भी शामिल किया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि राष्ट् रहित सबसे पहले है. भारत सरकार का फर्ज है कि इसका पालन करे.
लेकिन, पहले जैसा स्टेटस स्थापित करने को क्यों नहीं कहा गया? चीन ने हमारी जमीन पर 20 जवानों की हत्या कर दी, उसे इसकी सफाई देने का मौका क्यों दिया गया? और भारत के बयान में गलवान घाटी की संप्रभुता का जिक्र क्यों नहीं है?
National interest is paramount. GOI's duty is to protect it.
Then,
1. Why has Status Quo Ante not been insisted on?
2. Why is China allowed to justify the murder of 20 unarmed jawans in our territory?
3. Why is there no mention of the territorial sovereignty of Galwan valley? pic.twitter.com/tlxhl6IG5B
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 7, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इन्हीं सवालों के साथ भारत और चीन के द्वारा जारी किए गए बयानों की तस्वीरें भी डाली. इनमें चीन के बयान के एक हिस्से को हाइलाइट किया गया है.
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इस बयान में चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गलवान घाटी में क्या सही हुआ और क्या गलत इसकी तस्वीर पूरी तरह से साफ है. चीन अपने क्षेत्र की संप्रभुता की रक्षा करेगा, इसके साथ-साथ बॉर्डर पर शांति स्थापित करने की कोशिश करेगा.
गौरतलब है कि भारत और चीन के बयान में कुछ हदतक अंतर देखा गया है, एक तरफ भारत ने जहां नरमी बरतते हुए कहा है कि दोनों देश आगे ऐसी किसी घटना को ना दोहराने की कोशिश करेंगे.
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बता दें कि मई के बाद से दोनों देशों की सेनाएं गलवान घाटी में आमने-सामने थीं. करीब दो महीने बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से बात की थी, जिसमें LAC पर सेना को पीछे हटाने पर सहमति बनी. चीन ने इसी के बाद अपनी सेना को दो किमी. तक पीछे हटा लिया है.