कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने काले धन को लेकर लोकसभा में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी के वित्त मंत्री जेटली जी काला धन रखने वालों के लिए फेयर एंड लवली योजना लेकर आएं हैं.
जेएनयू और मेक इन इंडिया पर उठाए सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार का 20 मिनट का भाषण सुना, इसमें कुछ गलत नहीं था. अगर किसी ने कुछ गलत किया तो उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए. मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इसमें बब्बर शेर को तैयार किया गया है. जहां देखिए शेर बैठे हैं. टीवी में देखो शेर बैठे हैं. मैं पूछता हूं आपने कितने लोगों को रोजगार दिया. राहुल ने कहा कि आप (मोदी सरकार) न तो जेएनयू का कुछ कर पाओगे और न ही गरीबों की आवाज दबा पाओगे.
सावरकर और आरएसएस पर राहुल का हमला
राहुल गांधी ने महात्मा गांधी को कांग्रेस का और सावरकर को बीजेपी सरकार का आदर्श बताते हुए कहा कि हम अहिंसा के साथ हैं और आप हिंसा के साथ. इस पर हंगामा होने के राहुल ने बीजेपी से पूछा कि क्या आपने सावरकर को उठाकर फेंक दिया है? क्या उनके विचारों को नहीं मानते? राहुल ने कहा कि देश के लिए मोदी सरकार कुछ नहीं कर पा रही. सिर्फ आरएसएस के विचारों के लिए काम कर रही है.
पीएम मोदी पर उठाए कई सवाल
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि जब पटियाला हाउस कोर्ट कैंपस में कन्हैया की पेशी के दौरान हमला हुआ तब कुछ क्यों नहीं बोले? प्रोफेसरों, छात्रों और पत्रकारों पर हमला हुआ तो आप चुप क्यों रहे? क्या आपकी विचारधारा आपको यही सिखाती है? आप दूसरों की बात या उनके विचार सुनना क्यों पसंद नहीं करते?
झंडे से रिश्ते को सलाम, कपड़े को नहीं
राहुल ने कहा कि जब मैं झंडे को सलाम करता हूं तो कपड़े को नहीं, उस रिश्ते को सलाम करता हूं जिसका प्रतिनिधित्व यह झंडा करता है. जब मैं उसकी रक्षा करता हूं तब देश के हरेक अकेले और कमजोर शख्स की आवाज और राय की रक्षा करता हूं. पीएम और उनके मंत्री किनकी आवाज और राय को सुनते हैं और किसका आदर करते हैं?
सिर्फ अपनी मर्जी चलाते हैं पीएम मोदी
राहुल गांधी ने कहा कि देश सिर्फ पीएम नहीं होता और सिर्फ ही पूरा देश नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम ऐसे देश में रहते हैं, जहां कई विरोधी विचार के लोग एक साथ मिलते हैं. वहीं आरएसएस में सिखाया जाता है कि पूरी दुनिया में सिर्फ एक ही आपकी सोच सही है. दूसरे किसी की राय की कोई अहमियत नहीं है. पीएम मोदी बिना किसी से चर्चा किए अचानक पाकिस्तान चले जाते हैं. सिर्फ उन्हीं की राय अहमियत रखती है.
विदेश मंत्री बोलीं- राहुल को जानकारी नहीं
पीएम मोदी के पाकिस्तान दौरे पर राहुल गांधी के सवाल उठाने को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनकी जानकारी का अभाव बताया है. स्वराज ने कहा कि अगर मैं वहां होती तो राहुल को जवाब देती. जब हमारे पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से बातचीत की उसके फौरन बाद फोन पर मुझसे राय ली. लाहौर जाने से पहले इसके बारे में उन्होंने मुझसे चर्चा की. मैंने कहा था कि यह आउट ऑफ बॉक्स कदम होगा, लेकिन उन्हें लाहौर जाना चाहिए. स्वराज ने कहा कि राहुल को गलत बातें नहीं बोलनी चाहिए.
When PM spoke to PM Sharif, he had called me after that to ask my opinion on him going to Lahore: EAM Sushma Swaraj pic.twitter.com/wy4LOKGDbw
— ANI (@ANI_news) March 2, 2016
नागा समझौते का क्या हुआ
राहुल गांधी ने नागालैंड के प्रतिबंधित संगठन के साथ हुए समझौते पर भी सवाल उठाया. उन्होंने पूछा कि इस समझौते का क्या हुआ. यह हवा के साथ ही चला गया.