राष्ट्रपति पद संभालने के अपने दो साल पूरे होने के मौके पर प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय के भारत के अपने संस्करण का उद्घाटन किया जिसमें पूर्व राष्ट्रपतियों की फाइबर-कांच की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं और उन्हें विदेशों से जो तोहफे मिले, वे नुमाइश के लिए लगाए गए हैं.
संग्रहालय के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की. राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह के दौरान कई कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए.
संग्रहालय के उद्घाटन के लिए प्रणब द्वारा फीता काटने के समय उनके एक तरफ मोदी थे जबकि दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपनी पत्नी गुरशरण कौर के साथ थे. राष्ट्रपति भवन को जनहितैषी बनाने की प्रणब की पहल के तहत यह संग्रहालय राष्ट्र को समर्पित किया गया.
मोदी, कैबिनेट मंत्रियों एवं समारोह में शिरकत कर रहे अन्य लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए प्रणब ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि यह संग्रहालय हमारे देश के लोगों को राष्ट्रपति भवन के अंदर का नजारा, इसकी कला एवं वास्तुकला देखने का मौका मुहैया कराएगा और उन्हें विभिन्न राष्ट्रपतियों की जिंदगी के बारे में शिक्षित करेगा.’
यह संग्रहालय एक अगस्त से लोगों के लिए खोला जाएगा. लोग इस संग्रहालय की सैर शुक्रवार, शनिवार और रविवार को कर सकते हैं. पहले तीन महीने में संग्रहालय की सैर करने के लिए लोगों को कोई शुल्क नहीं देना होगा. तीन महीने के बाद शुल्क के तौर पर मामूली राशि ली जाएगी और इसके लिए आरक्षण ऑनलाइन भी कराया जा सकता है.
आज के कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और कैबिनेट सचिव अजित सेठ सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.