प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने पंजाब नेशनल बैंक के 13,000 करोड़ के घोटाले के सह आरोपी मेहुल चोकसी और गीतांजलि ग्रुप के स्वामित्व वाली कंपनी की 151 करोड़ की संपत्ति जब्त की है. ईडी ने यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 के तहत की. मेहुल चोकसी गीतांजली ज्वैलर्स का सह मालिक है और पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी के साथ सह आरोपी है.
इससे पहले भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी की 13 लग्जरी कारों की ऑनलाइन नीलामी की गई थी. यह नीलामी मेटल ऐंड स्क्रैप ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (एमएसटीसी) द्वारा मुंबई में की गई थी. इन कारों को ईडी ने जब्त किया था.
Adjudicating Authority under PMLA confirms ED’s two attachments of properties worth ₹ 151.7 Crore of Mehul Choksi & Geetanjali Group of Companies in #bankfraud case.
— ED (@dir_ed) May 8, 2019
नीलाम कारों में नीरव मोदी की 11 और मेहुल चोकसी की 2 कारें शामिल थीं. मेहुल चोकसी और नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13,570 करोड़ रुपये का घपला किया है. इसके पहले नीरव मोदी के पेंटिग्स की भी नीलामी की गई थी. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 22 फरवरी को नीरव मोदी के 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के शेयर, जमा और लग्जरी कारें फ्रीज कर दी थीं.
नीरव मोदी को 19 मार्च को लंदन में गिरफ्तार किया गया था. पीएनबी धोखाधड़ी के केस में ईडी ने 26 फरवरी को जायदाद जब्त की थी. आरोपी कारोबारी नीरव ने धोखाधड़ी से पीएनबी से लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) के जरिए हजारों करोड़ रुपये हासिल किए थे. जमानत याचिका रद्द होने पर उसको 29 मार्च तक के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया था.
क्या है मामला
साल 2018 में पंजाब नेशनल बैंक के स्कैम का खुलासा हुआ था. यह स्कैम करीब 13 हजार करोड़ रुपये का है. इस स्कैम में मेहुल चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी मुख्य आरोपी है. मेहुल चोकसी को कैरीबियाई द्वीप से पकड़ा जा सकता है, जबकि नीरव मोदी लंदन में नजरबंद है. नीरव मोदी को 19 मार्च को लंदन में गिरफ्तार किया गया था.
नीरव मोदी गिरफ्तारी के बाद लंदन में है. नीरव मोदी ने धोखाधड़ी से पीएनबी से लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) के जरिए करीब 13,500 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे. भारत सरकार नीरव मोदी को प्रत्यर्पण के जरिए देश लाने की कोशिश कर रही है.