लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश आज नई ऊंचाईयों को पार कर रहा है. आज का सूर्योदय नए उत्साह को लेकर कर आया है. हमारे देश में 12 साल में एक बार नीलकुरिंज का पुष्प उगता है, इस साल ये पुष्प तिरंगे के अशोक चक्र की तरह खिल रहा है. पीएम मोदी अपने भाषण में खासतौर पर दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत का उल्लेख किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने नॉर्थ ईस्ट में उनके कार्यकाल में हुए बदलाव के बारे में अपने भाषण में जानकारी दी. पीएम मोदी ने कहा कि देश में नॉर्थ ईस्ट से पहले ऐसी खबरें आती थीं जो कोई पढ़ना नहीं चाहता था, वहीं नॉर्थ-ईस्ट आजकल उन खबरों को लेकर आ रहा है जो देश को प्रेरणा दे रहा है. खेल के मैदान में नॉर्थ ईस्ट की धमक बढ़ी है. नॉर्थ ईस्ट के युवा इंटरनेशनल मंच पर स्पोर्ट्स में पदक ला रहे हैं. पूर्वोत्तर भारत भी देश के विकास के साथ जुड़ रहा है. चार साल में नॉर्थ ईस्ट को भारत के साथ लाकर खड़ा कर दिया है. नॉर्थ ईस्ट में बिजली पहुंचाने काम तेजी से चल रहा है, वहां के युवा बीपीओ खोल रहे हैं, ऑर्गेनिक हब और नए शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं. नॉर्थ ईस्ट में पहले स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की नींव रखी जा रही है. एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट को लगता था कि दिल्ली बहुत दूर है , आज हमने दिल्ली को नॉर्थ ईस्ट के दरवाजे पर लाकर खड़ा कर दिया है.
यहीं नहीं मोदी ने यह भी कहा कि देश में आतंरिक सुरक्षा के हालात बेहतर हुए हैं. त्रिपुरा, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में ऐतिहासिक रूप से शांति है. माओवाद प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर 90 जिलों तक सीमित हो गया है. केंद्र सरकार पूरे देश में शांति सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है.
आपको बता दें कि इससे पहले PM ने राजघाट पहुंच राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह 7.30 बजे लाल किले के प्राचीर पर तिरंगा फहराया. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने सुबह 7.33 बजे से देश को लालकिले से देश को संबोधित किया, उन्होंने करीब 82 मिनट का भाषण दिया. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी का इस कार्यकाल में ये लाल किले के प्राचीर से आखिरी भाषण था. प्रधानमंत्री ने भाषण के बाद लालकिले के पास मौजूद बच्चों से मुलाकात की.
रेप की मनोवृति से मुक्त कराना होगा
पीएम मोदी ने अपने भाषणा में कहा कि बलात्कार की शिकार बेटी को जितनी पीड़ा होती है, उससे लाखों गुना हमें होती है. इस राक्षसी मनोवृति से देश को मुक्त कराना होगा. पिछले दिनों में मध्य प्रदेश के कटनी में बलात्कारियों को पांच दिन में सजा सुना दी गई है. राजस्थान में ऐसा ही हुआ है और राक्षसी वृत्ति की मानसिकता को फांसी की सजा हुई है. हमें इसे प्रचारित करना होगा और इस विकृति पर हमला करना होगा. कानून का शासन होना चाहिए. कानून का शासन सर्वोच्च है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.